U19 World Cup: भारत-ऑस्ट्रेलिया जब आखिरी बार अंडर-19 वर्ल्ड कप फाइनल में भिड़े तो क्या निकला नतीजा? वो शतक कभी नहीं भूलेगा...
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप 2024 का फाइनल मुकाबला रविवार को खेला जाएगा। वैसे दोनों टीमें पहले भी अंडर-19 वर्ल्ड कप के फाइनल में आमने-सामने आ चुकी हैं। आज हम आपको उसी मुकाबले की यादें ताजा कराएंगे। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मैच काफी टक्कर वाला रहा था और तब एक खिलाड़ी का शतक फैंस के दिल में बस गया।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रविवार को बेनोनी में आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप 2024 का फाइनल मुकाबला खेला जाएगा। यह फाइनल मुकाबला सीनियर 2023 वर्ल्ड कप की तरह है, जहां ऑस्ट्रेलिया और भारत में खिताबी भिड़ंत हुई थी।
तब पैट कमिंस के नेतृत्व वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में भारत को मात देकर छठी बार विश्व कप खिताब जीता था। आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप फाइनल में यह दूसरा मौका है जब भारत और ऑस्ट्रेलिया आमने-सामने होंगे।
2012 में ऑस्ट्रेलिया थी दमदार
इससे पहले भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच 2012 अंडर-19 वर्ल्ड कप फाइनल में भिड़ंत हुई थी। कंगारू टीम ने ग्रुप चरण में अजेय रहते हुए नॉकआउट चरण में एंट्री की थी। फिर उसने क्वार्टर फाइनल व सेमीफाइनल में क्रमश: बांग्लादेश व दक्षिण अफ्रीका को शिकस्त देकर फाइनल में प्रवेश किया था।
भारत भी पीछ नहीं
वहीं, भारतीय टीम को टूर्नामेंट के अपने पहले मैच में वेस्टइंडीज के हाथों 4 विकेट की शिकस्त सहनी पड़ी थी। इसके बाद उसने शेष सभी मैच जीते। भारत ने क्वार्टर फाइनल में चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान और सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को हराकर फाइनल में जगह बनाई थी।
फाइनल में भारत के पक्ष में उछला सिक्का
भारतीय टीम ने अंडर-19 वर्ल्ड कप फाइनल 2012 में पहली बार टॉस जीता और गेंदबाजी का फैसला किया। संदीप शर्मा ने अपनी स्विंग के कमाल से ऑस्ट्रेलियाई ओपनर्स कैमरन बेनक्रॉफ्ट व जिमी पीयरसन को पहले तीन ओवर के अंदर आउट कर दिया। कमाल पासी दूसरी तरफ से रन खर्च कर रहे थे।
तब भारतीय कप्तान उन्मुक्त चंद ने स्पिनर बाबा अपराजित को आक्रमण पर लगाया, जिन्होंने कर्टिस पैटरसन को चलता किया। मेरिक बुकानन भी जल्द ही पवेलियन लौटे। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 38 रन पर चार विकेट गंवा दिए थे, लेकिन यहां से उसने अच्छी तरह अपनी पारी संभाली और 225/8 का स्कोर बनाया।
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खराब क्रिकेट का आधा घंटा
226 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारत की शुरुआत खराब रही। प्रशांत चोपड़ा बिना खाता खोले आउट हुए। चंद क्रीज पर डटे रहे, लेकिन उनके शॉट्स में पैनापन नहीं दिख रहा था। वो क्रीज पर समय बिता रहे थे। अपराजित ने इस बीच कुछ शानदार कवर ड्राइव्स खेली और भारत का स्कोर 75/1 हो गया। फिर क्रिकेट का खराब आधा घंटा आया, जहां भारतीय पारी लड़खड़ा गई।
गुरिंदर संधू ने अपराजित को आउट किया। तीन ओवर बाद एश्टन टर्नर ने हनुमा विहारी को पवेलियन की राह दिखाई। जोएल पेरिस ने विजय जोल को आउट करके भारत को बैकफुट पर धकेल दिया। भारत एक समय 97/4 के स्कोर पर संघर्ष कर रहा था।
उन्मुक्त चंद ने जड़ा यादगार शतक
भारतीय कप्तान उन्मुक्त चंद को समित पटेल का साथ मिला। दोनों ने अच्छी साझेदारी की। बोसिस्टो ने डीप मिडविकेट पर पटेल का आसान कैच टपका दिया। एलेक्स ग्रेगोरी ने पटेल को दूसरा जीवनदान दिया। तीन गेंद बाद चंद ने ग्रेगोरी की गेंद पर छक्का जमाकर मेजबान के हौसले पस्त कर दिए।
उन्मुक्त चंद ने अपना शतक पूरा किया। वो आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप फाइनल में शतक जमाने वाले पहले भारतीय कप्तान बने। 48वें ओवर में भारत को 6 रन की दरकार थी। उन्मुक्त चंद ने भारत की उम्मीदों को कायम रखते हुए जीत दिलाई और चैंपियन बना दिया। इसके बाद पूरा भारतीय खेमा जश्न मनाने में डूब गया। चंद को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
बता दें कि भारत ने 14 गेंदें शेष रहते हुए 6 विकेट से मैच जीता था। उन्मुक्त चंद ने 130 गेंदों में सात चौके और छह छक्के की मदद से नाबाद 111 रन बनाए थे।
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