IND vs SA Pitch Report: केप टाउन की पिच से बल्लेबाजों या गेंदबाजों में से किसे मिलेगा फायदा? ऐसा है मिजाज
भारत-दक्षिण अफ्रीका के बीच 3 जनवरी से दो मैचों की सीरीज का दूसरा व अंतिम टेस्ट मैच केप टाउन में खेला जाएगा। भारतीय टीम इस समय सीरीज में 0-1 से पीछे है। केप टाउन में टीम इंडिया सीरीज बराबर करना चाहेगी। मगर केप टाउन की पिच से बल्लेबाजों या गेंदबाजों में से किसे फायदा मिलेगा? यहां की पिच आमतौर पर तेज गेंदबाजों के लिए मददगार रही है।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। IND vs SA 2nd Test Pitch Report: भारतीय टीम एक बार फिर दक्षिण अफ्रीका में पहली बार टेस्ट सीरीज जीतने से चूक गई। रोहित शर्मा के नेतृत्व वाली भारतीय टीम को सेंचुरियन में खेले गए पहले टेस्ट में एक पारी और 32 रन की शिकस्त सहनी पड़ी थी। टीम इंडिया की कोशिश केप टाउन में मुकाबला जीतकर सीरीज 1-1 से बराबर करने पर होगी।
3 जनवरी से भारत और साउथ अफ्रीका के बीच दूसरा टेस्ट मैच खेला जाना है। भारतीय टीम की अच्छी खबर यह है कि रविंद्र जडेजा पूरी तरह से फिट हो चुके हैं। दूसरी ओर, साउथ अफ्रीका की टीम सेंचुरियन की तरह दमदार खेल केपटाउन में भी दिखाना चाहेगी।
कैसी खेलती है केपटाउन की पिच?
भारत और साउथ अफ्रीका (IND vs SA) के बीच दूसरा टेस्ट मैच केपाटउन के न्यूलैंड्स मैदान पर खेला जाना है। केपटाउन के इस ग्राउंड पर तेज गेंदबाजों का बोलबाला रहता है। पिच से मिलने वाले बाउंस की मदद से फास्ट बॉलर्स कहर बनकर टूटते हैं। यही वजह है कि इस मैदान पर काफी कम टेस्ट मैचों का नतीजा ड्रॉ के रूप में आता है। बल्लेबाजों के लिए केपटाउन में रन बनाना काफी मुश्किल काम रहता है।
क्या कहते हैं आंकड़े?
केपटाउन के इस मैदान पर अब तक कुल 60 टेस्ट मैच खेले गए हैं, जिसमें से 23 में जीत पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम के हाथ लगी है। वहीं, 25 मैचों में मैदान चेज करने वाली टीम ने मारा है। पहली पारी में एवरेज स्कोर 325, दूसरी में 292, तीसरी में 234 और चौथी इनिंग में 163 रहा है। यानी चौथी पारी में बल्लेबाजों को रन बनाने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ती है।
टीम में लौटेंगे जडेजा
साउथ अफ्रीका के खिलाफ इंजरी के चलते पहला टेस्ट मिस करने वाले रविंद्र जडेजा की दूसरे टेस्ट में वापसी लगभग तय मानी जा रही है। जडेजा प्रैक्टिस सेशन में जमकर पसीना बहाते हुए नजर आए थे। जड्डू ने बिना किसी परेशानी के गेंदबाजी और बल्लेबाजी की थी। जडेजा के आने से टीम इंडिया का स्पिन विभाग और बैटिंग ऑर्डर दोनों मजबूत होगा। हालांकि, जड्डू के लिए आर अश्विन को अंतिम ग्यारह में जगह बनानी होगी।