इंडियन क्रिकेट में Gautam Gambhir युग की हुई शुरुआत, 9 साल पहले ही सूर्यकुमार यादव को लीडर बनाने की शुरू की थी तैयारी
सूर्यकुमार यादव को कप्तानी उस समय मिली है जब टीम के हेड कोच गौतम गंभीर हैं। सूर्यकुमार के कप्तान बनने के पीछे हेड कोच गौतम गंभीर का बहुत बड़ा योगदान है। दरअसल आज से 9 साल पहले 2015 में जैक कालिस ने जब केकेआर की उप-कप्तानी छोड़ी तो गंभीर ने यह जिम्मेदारी सूर्यकुमार यादव को देने का फैसला किया था।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय टीम का हेड कोच बनते ही गौतम गंभीर युग शुरू हो गया। इसकी एक झलक श्रीलंका दौरे पर चुनी गई टीम में देखने को मिली। जब हार्दिक की जगह सूर्यकुमार यादव को टी20 टीम का कप्तान बनाया गया। यही नहीं केकेआर को कप्तान श्रेयस अय्यर और तेज गेंदबाज हर्षित राणा को भी वनडे टीम में जगह मिल गई है।
गौतम गंभीर ने अपनी मेंटरशिप में कोलकाता नाईट राइडर्स को आईपीएल 2024 का खिताब जीतने में अहम योगदान दिया। उन्हें ड्रेसिंग रूम में कड़े फैसले लेने के लिए जाना जाता है। गंभीर ने अपनी कप्तानी और मेंटरशिप में केकेआर को खिताब जिताया है। आईपीएल फाइनल के बाद से ही चर्चा तेज हो गई थी कि गौतम गंभीर ही राहुल द्रविड़ की जगह अगले हेड कोच बनेंगे।
आक्रामक रुख रखते हैं गौतम गंभीर
राहुल द्रविड़ के सफल कोचिंग कार्यकाल के बाद गौतम गंभीर को काफी बड़ी जिम्मेदारी निभानी है। गंभीर और द्रविड़ के व्यक्तित्व में विरोधाभास देखने को मिलता है। द्रविड़ के शांत स्वभाव ने टीम के खिलाड़ी और कोच दोनों के रूप में स्थिरता और लचीलापन प्रदान किया। दूसरी ओर, गंभीर ने मैदान पर आक्रामकता दिखाई, जोश का प्रदर्शन किया। वह हमेशा चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहते थे।
श्रीलंका के खिलाफ होगी पहली परीक्षा
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद से गंभीर ने सफलतापूर्वक कमेंटेटर और मेंटर के रूप में अपनी भूमिका निभाई है। इससे खेल की बारीकियों के बारे में उनकी गहरी समझ का पता चलता है। टीम इंडिया के मुख्य कोच के रूप में अपनी नई भूमिका में गंभीर को पहली परीक्षा देनी होगी। टीम को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध गंभीर ने टीम चयन इसकी एक झलक दिखाई है।
9 साल पहले ही सूर्या को लीडर बनाने की शुरू हुई थी तैयारी
दरअसल, सूर्यकुमार यादव को टीम इंडिया का नया टी20 कप्तान बनाया गया है। सूर्यकुमार यादव को कप्तानी उस समय मिली है, जब टीम के हेड कोच गौतम गंभीर हैं। हालांकि, गौतम गंभीर ने सूर्यकुमार यादव को नौ साल पहले ही कप्तान के तौर पर ग्रूम करने का फैसला किया था। साल 2015 में जैक कालिस ने जब केकेआर की उप-कप्तानी छोड़ी तो गंभीर ने यह जिम्मेदारी सूर्यकुमार यादव को देने का फैसला किया था। इस फैसले से कहा जा सकता है कि भारतीय क्रिकेट में गंभीर युग की शुरुआत हो चुकी है।