IND vs ENG: 'लंबी रेस के घोड़े हैं', भारतीय टीम के युवाओं ने दिखाया कि अनुभव ही सबकुछ नहीं होता
भारतीय टीम के युवा खिलाड़ियों ने इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा सीरीज में काफी प्रभावित किया है। यशस्वी जायसवाल ने एक के बाद एक दो दोहरे शतक जड़े। सरफराज खान ने अपने डेब्यू को यादगार बनाते हुए दोनों पारियों में अर्धशतक जमाए। ध्रूव जुरैल ने अपनी विकेटकीपिंग से काफी प्रभावित किया। भारतीय टीम ने मौजूदा सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली है।
प्रेट्र, नई दिल्ली। इंग्लैंड के विरुद्ध हैदराबाद टेस्ट में हार के बाद भारत की अनुभवहीन बल्लेबाजी को लेकर बड़ी चिंता जताई गई थी, लेकिन अगले दो टेस्ट में इन्हीं निडर युवा खिलाड़ियों ने अवसर को भुनाते हुए भारत को पांच मैचों की सीरीज में 2-1 की बढ़त दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
इस सीरीज के दौरान यशस्वी जायसवाल ने खुद को आक्रामक आरंभिक बल्लेबाज के रूप में स्थापित किया और लगातार दो दोहरे शतक जड़कर इस 22 वर्षीय खिलाड़ी ने साबित किया कि वह लंबी रेस के घोड़े हैं। यशस्वी ने बचपन के दिनों से काफी संघर्ष किया है और उनके खेल में रनों की भूख दिखती है।
यशस्वी ने किया प्रभावित
राजकोट में उन्होंने अपनी पारी की शुरुआत में धैर्य से बल्लेबाजी की और क्रीज पर समय बिताने के बाद बेखौफ होकर बड़े शॉट लगाए। अनुभवी जेम्स एंडरसन के खिलाफ तीन छक्के उनके आत्मविश्वास की कहानी बयां करते हैं। उन्होंने दिखाया कि वह आवश्यकता के अनुसार रक्षात्मक और आक्रामक दोनों शैली में सहजता से खेल सकते हैं।यह भी पढ़ें: भारत के भरोसेमंद बल्लेबाज की रांची टेस्ट में होगी वापसी, जसप्रीत बुमराह को दिया जाएगा आराम
जुरैल को इस पर देना होगा ध्यान
राजकोट टेस्ट में पदार्पण करने वाले सरफराज खान और विकेटकीपर ध्रुव चंद जुरैल भी अपने खेल से प्रभावित किया। सरफराज ने दोनों पारियों में अर्धशतक जड़कर टीम में सम्मिलित होने का जश्न मनाया तो वहीं जुरैल ने पहली पारी में 46 रन बनाकर बेहतर बल्लेबाजी का साक्ष्य दिया। जुरैल को हालांकि स्पिनरों की मददगार पिचों पर अपने विकेटकीपिंग कौशल को थोड़ा और निखारने पर काम करना होगा।कप्तान रोहित शर्मा खुश
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा भी इन तीनों युवा खिलाड़ियों के प्रदर्शन से प्रभावित दिखे। उन्होंने इन तीनों की तस्वीर को इंटरनेट मीडिया पर साझा करते हुए लिखा, ये आजकल के बच्चे। लंबे समय से राष्ट्रीय टीम का दरवाजा खटखटा रहे सरफराज को विराट कोहली और केएल राहुल की अनुपस्थिति में जब अवसर मिला तो उन्होंने अपनी पारी की पहली ही गेंद से पूरा आत्मविश्वास दिखाया। यह लंबे समय से घरेलू क्रिकेट में उनके लगातार अच्छे प्रदर्शन का परिणाम था।
भारतीय बल्लेबाज आम तौर पर स्वीप शॉट खेलने से बचते हैं, लेकिन सरफराज ने अपने ज्यादातर रन इसी शॉट पर बनाए। स्पिनरों के खिलाफ इस शॉट का प्रभावी इस्तेमाल किया। जुरैल विकेटकीपर के तौर पर पहली पारी में स्पिनरों के सामने कई बार असहज दिखे, लेकिन दूसरी पारी में उन्होंने अच्छी वापसी की।यह भी पढ़ें: सरफराज खान ने स्पिन पर कैसे महारत हासिल की? नेट्स पर रोजाना 500 गेंदें खेली और 1600 किमी की कार यात्रा