इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के अगले सीजन के लिए बीसीसीआई ने कुछ ऐतिहासिक फैसले किए हैं जिनमें खिलाड़ियों को फ्रेंचाइजी द्वारा दी जाने वाली कॉन्ट्रैक्ट राशि के अलावा हर मैच की फीस भी मिलेगा। इसके अलावा रिटेंशन को लेकर भी बड़ा फैसला किया गया है। राइट टू मैच नियम की वापसी हुई है। बीसीसीआई ने एमएस धोनी के लिए एक ऐतिहासिक फैसला किया है। जानिए डिटेल्स
जेएनएन, नई दिल्ली: आईपीएल की संचालन परिषद ने शनिवार को निर्णय किया कि 10 फ्रेंचाइजी को अपनी पिछली टीम से अधिकतम छह खिलाड़ियों को बरकरार रखने (रिटेन) करने की अनुमति होगी जिसमें नीलामी का एक 'राइट टू मैच' (आरटीएम) कार्ड भी शामिल होगा, जिसकी कीमत 120 करोड़ रुपये के बढ़े हुए टीम पर्स में से 75 करोड़ रुपये होगी।
2022 में आयोजित पिछली मेगा नीलामी में एक टीम को अधिकतम चार रिटेन करने की अनुमति थी। इसके साथ ही एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए संचालन परिषद ने पहली बार आईपीएल में खिलाड़ियों के लिए प्रति लीग मैच 7.5 लाख रुपये की मैच फीस तय कर दी है। यह भारतीय और विदेशी दोनों खिलाड़ियों पर लागू होगा। यानी अगर कोई खिलाड़ी लीग के सभी मैच खेलता है तो उसे अनुबंध के अतिरिक्त 1.05 करोड़ रुपये केवल मैच फीस के रूप में मिल जाएंगे।
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जय शाह ने किया एलान
बीसीसीआई सचिव जय शाह ने शनिवार को बैठक के बाद अपने एक्स हैंडल पर इस ऐतिहासिक निर्णय की घोषणा की। शाह ने कहा कि यह निर्णय आइपीएल में "निरंतरता और उत्कृष्ट प्रदर्शन का जश्न मनाने" के लिए किया गया है। शाह ने यह भी बताया कि मैच फीस की सुविधा के लिए प्रत्येक "फ्रेंचाइजी 12.60 करोड़ रुपये आवंटित करेगी"।
उन्होंने एक्स पर लिखा, "आइपीएल में निरंतरता और उत्कृष्ट प्रदर्शन का जश्न मनाने के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। हम अपने क्रिकेटरों के लिए प्रति गेम 7.5 लाख रुपये की मैच फी शुरू करने से रोमांचित हैं। एक सत्र में सभी लीग मैच खेलने वाले क्रिकेटर को 1.05 करोड़ रुपये मिलेंगे। उनकी अनुबंधित राशि के अलावा, प्रत्येक फ्रेंचाइजी सत्र के लिए मैच फीस के रूप में 12.60 करोड़ रुपये आवंटित करेगी। यह आइपीएल और हमारे खिलाडि़यों के लिए एक नया युग है।"
विशेष है मैच फीस
आइपीएल में एक 'अनकैप्ड' भारतीय खिलाड़ी (जो आइपीएल के तीन मैच खेल सकता है) को 20 लाख रुपये का न्यूनतम आधार मूल्य और इसके अलावा 22.5 लाख रुपये मिलेंगे। इसलिए वह तीन घंटे के केवल तीन मैच खेलकर एक सत्र में 42.5 लाख रुपये कमा सकता है जबकि अगर वह एक सत्र में 10 रणजी ट्रॉफी मैच खेलता है तो उसे केवल 24 लाख रुपये मिलेंगे।
राइट-टू-मैच कार्ड से कोर टीम बनाने में मिलेगी मदद
आईपीएल 2025 की मेगा नीलामी में फ्रेंचाइजों को कोर टीम बनाए रखने में मदद के लिए गवर्निंग काउंसिल ने राइट टू मैच कार्ड शुरू किया है। इसके अनुसार हर फ्रेंचाइजी रिटेन किए गए खिलाड़ियों के अलावा टीम के पूर्व खिलाड़ी को बनाए रखने के लिए इस अधिकार का प्रयोग कर सकती है। अगर कोई फ्रेंचाइजी तीन खिलाड़ी को रिटेन करती है तो वह इस कार्ड का प्रयोग तीन बार कर सकती है। वहीं, पांच खिलाड़ियों को रिटेन करने वाली फ्रेंचाइजी इसका प्रयोग एक बार कर सकती है। इसमें फ्रेंचाइजी को नीलामी के दौरान खिलाड़ी पर दूसरी टीम की ओर से लगाई गई सर्वाधिक बोली की राशि पर खिलाड़ी को रिटेन करने का अवसर मिलेगा।
आईपीएल 2025 में धोनी होंगे
बीसीसीआइ उन खिलाडि़यों को अनकैप्ड प्लेयर की सूची में लाने जा रही है जो पांच वर्ष पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट (टेस्ट, वनडे और टी-20 अंतरराष्ट्रीय) को अलविदा कह चुके हैं। साथ ही वह बीसीसीआई के केंद्रीय अनुबंध से भी बाहर हैं। यह नियम विशेषकर महेंद्र सिंह धोनी को लेकर बनाया गया है। वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से 15 अगस्त 2019 को सन्यास ले चुके हैं। हालांकि, धोनी आईपीएल में पिछले पांच वर्ष से लगातार खेल रहे हैं।
उन्होंने 2023 में अपनी कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) को खिताब जिताया था। वहीं 2024 में उन्होंने ऋतुराज को कप्तानी सौंप दी थी। इसके बाद अटकलें लगाई जा रही थीं कि धोनी का 2024 का सत्र अंतिम होने वाला है। महेंद्र सिंह धौनी अगर अनकैप्ड खिलाड़ी के रूप पर में रिटेन होते हैं तो चेन्नई सुपर किंग्स उन्हें चार करोड़ रुपये देकर अपने पास रख सकती है। आईपीएल का यह नया नियम केवल धोनी के लिए ही लाया गया है।
रिटेंशन पर क्या आया फैसला
हर फ्रेंचाइजी अधिकतम पांच खिलाड़ी को कर सकती है रिटेनपांच रिटेंशन के अलावा हर फ्रेंचाइजी को मिलेगा एक राइट-टू-मैचअगर टीम ने तीन ही रिटेंशन किए तो उन्हें तीन राइट-टू-मैच मिलेंगेयानी अधिकतम एक टीम छह खिलाड़ी को अपने साथ बनाए रख सकती हैरिटेन खिलाडि़यों में सर्वाधिक पांच कैप्ड और दो अनकैप्ड खिलाड़ी हो सकते हैंरिटेन खिलाडि़यों में भारतीय या विदेशी के लिए नहीं तय की गई सीमा
खिलाड़ियों पर बरसेगा पैसा
2025 मेगा नीलामी के लिए फ्रेंचाइजी के पर्स को 120 करोड़ रुपये किया गया2024 में फ्रेंचाइजी के पास थे कुल 110 करोड़ रुपयेनीलामी पर्स (90)+ प्रदर्शन फीस(20)- 2025 में अब फ्रेंचाइजी के पास कुल 146 करोड़ रुपये का पर्स होगा2026 में यह 151 करोड़ रुपये और 2027 में 156 करोड़ रुपये होगायानी एक फ्रेंचाइजी के पास कुल तीन पर्स होंगे, जिनमें नीलामी, प्रदर्शन फीस और मैच फीस पर्स शामिल होगा
पहले रिटेंशन पर 18, दूसरे पर 14 व तीसरे पर 11 करोड़ रुपये होंगे खर्चचौथे रिटेंशन पर फिर 18 करोड़ और पांचवें रिटेंशन पर 14 करोड़ रुपये करने होंगे खर्चअनुबंध के अलावा खिलाड़ियों को प्रति लीग मैच 7.5 लाख रुपये मैच फीस मिलेगीयानी पूरा सत्र खेलने पर एक खिलाड़ी को 1.05 करोड़ रुपये मैच फीस मिलेगीपांच वर्ष पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके भारतीय खिलाड़ी होंगे अनकैप्ड
2025-2027 सत्र के लिए लागू रहेगा इंपैक्ट खिलाड़ी नियममेगा नीलामी के लिए विदेशी खिलाडि़यों को करना होगा पंजीकरणपंजीकृत खिलाड़ी ही अगले दो वर्ष (2027) तक ले सकते हैं हिस्सानीलामी में चयनित खिलाड़ी सत्र की शुरुआत से पहले हटे तो दो वर्षों के लिए हो जाएंगे प्रतिबंधित
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