कप्तानी के टेस्ट में फर्स्ट डिवीजन पास हुए Jasprit Bumrah, कैप्टेंसी में नजर आई एक से बढ़कर एक खूबियां
डबलिन में खेले गए दूसरे टी-20 मुकाबले को जीतकर भारतीय टीम ने सीरीज सील कर ली है। दोनों ही मैचों में युवा खिलाड़ियों का प्रदर्शन तो जोरदार रहा है इसके साथ ही जसप्रीत बुमराह की कप्तानी भी आला दर्जे की रही। बॉलिंग चेंज से लेकर फील्डिंग सेट करने तक में बूम-बूम में फुल नंबर कमाए। बुमराह हर मामले में बतौर कप्तान फर्स्ट डिवीजन पास हुए हैं।
By Shubham MishraEdited By: Shubham MishraUpdated: Mon, 21 Aug 2023 07:00 AM (IST)
नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। डबलिन में खेले गए दूसरे टी-20 मुकाबले को जीतकर भारतीय टीम ने सीरीज सील कर ली है। दोनों ही मैचों में युवा खिलाड़ियों का प्रदर्शन तो जोरदार रहा है, इसके साथ ही जसप्रीत बुमराह की कप्तानी भी आला दर्जे की रही। बॉलिंग चेंज से लेकर फील्डिंग सेट करने तक में बूम-बूम में फुल नंबर कमाए। भले ही बुमराह ने अपनी कैप्टेंसी में भारतीय टीम को पहली सीरीज में जीत का स्वाद चखाया हो, लेकिन इस तेज गेंदबाज के अंदर वो सभी खूबियां नजर आई, जो एक दिग्गज कप्तान में होनी चाहिए।
कब और कैसे करना है गेंदबाजों का इस्तेमाल
जसप्रीत बुमराह की कप्तानी में सबसे बड़ी और अच्छी बात यह रही कि उनको इस चीज का बखूबी अंदाजा था कि कब और कैसे किस गेंदबाज का इस्तेमाल करना है। वेस्टइंडीज दौरे पर कप्तान रहे हार्दिक पांड्या ने अर्शदीप सिंह का इस्तेमाल सिर्फ आखिरी के ओवर्स में किया था।
हालांकि, बुमराह ने यह गलती नहीं की और नई गेंद अर्शदीप के हाथों में थमाई। बुमराह ने लंबे टाइम बाद वापसी कर रहे प्रसिद्ध कृष्णा का भी बखूबी इस्तेमाल किया और यही वजह रही कि कृष्णा दोनों ही मैचों में गेंद से चमके। रवि बिश्नोई को भी बुमराह ने मैच की स्थिति को देखते हुए दोनों ही मैचों में बॉलिंग अटैक पर लगाया।
बैटिंग ऑर्डर किया फिक्स
बॉलिंग के साथ-साथ जसप्रीत बुमराह ने अपने बल्लेबाजों का भी ठीक तरह से इस्तेमाल किया। वेस्टइंडीज के खिलाफ पूरी टी-20 सीरीज में नंबर छह पर खेलने वाले संजू सैमसन को बुमराह ने दोनों ही मैचों में नंबर चार पर मौका दिया, जिसका फायदा भारतीय टीम को मिला भी। दूसरे टी-20 में रनों की धीमी पड़ती रफ्तार को देखते हुए बुमराह ने शिवम दुबे से ऊपर बल्लेबाजी करने रिंकू सिंह को भेजा। रिंकू की पारी इस मैच का सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट भी साबित हुई।