Khaled Mahmud: भारत दौरे से पहले BCB निदेशक ने दिया पद से इस्तीफा, 18 साल तक निभाई है कई महत्वपूर्ण भूमिका
खालिद महमूद ने बुधवार को बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने 18 साल में BCB में कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं। महमूद 2017 में चंडिका हाथुरसिंघे के जाने के बाद बांग्लादेश के तकनीकी निदेशक बने। इन भूमिकाओं में महमूद ने बहुत सफलता हासिल की है। उन्हें 2020 में बांग्लादेश के अंडर-19 वर्ल्ड कप जीत के वास्तुकारों में से एक थे।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। खालिद महमूद ने बुधवार को बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया। BCB के CEO निजामुद्दीन चौधरी ने इसकी पुष्टि की। बांग्लादेश के पूर्व कप्तान महमूद से पहले BCB बोर्ड निदेशक मंडल में से जलाल यूनुस और नैय्यर रहमान ने भी इस्तीफा दिया था। वहीं, अहमद सज्जादुल आलम को बोर्ड निदेशक के पद से पहले ही हटाया जा चुका है।
भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले खालिद महमूद का यह कदम क्यों उठाया इसका खुलासा नहीं हो सका। महमूद ने एक ईमेल के जरिए बोर्ड को अपने इस्तीफे की जानकारी दी। इसके साथ ही उनका BCB निदेशक के रूप में उनके 11 सालों के सफर का अंत हो गया। महमूद अपने कार्यकाल के अंतिम दिनों BCB के खेल विकास अध्यक्ष और क्रिकेट संचालन उपाध्यक्ष थे। पिछले 18 साल से महमूद ने BCB में कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं।
2006 में लिया था क्रिकेट से संन्यास
गौरतलब हो कि साल 2006 में महमूद ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। इसके कुछ ही महीने बाद महमूद बांग्लादेश के टीम प्रबंधक बने। तीन साल बाद उन्हें सहायक कोच नियुक्त किया गया था। इसके बाद साल 2013 में वह बोर्ड के निदेशक बन गए। वह 2015 में बांग्लादेश के क्रिकेट प्रबंधक के बने। 2016 में तत्कालीन BCB प्रमुख नजमुल हसन द्वारा चयन समिति का विस्तार करने पर चयनकर्ता भी बने।ऐसा रहा है अंतरराष्ट्रीय करियर
बता दें कि महमूद ने बांग्लादेश के लिए 12 टेस्ट और 77 ODI खेले हैं। 1999 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ बांग्लादेश की ऐतिहासिक जीत में वह प्लेयर ऑफ द मैच भी थे। उन्होंने नौ टेस्ट और 15 ODI में बांग्लादेश की कप्तानी भी की है। हालांकि, उनके नेतृत्व में उनकी टीम ने कभी कोई मैच नहीं जीता।यह भी पढे़ं- Bangladesh Violence: बांग्लादेश में ही होगा महिला टी20 वर्ल्ड कप? BCB ने सेना प्रमुख को लेटर लिखकर की है बड़ी मांग