Yuvraj Singh की नीलामी में KKR लाया था बड़ा ट्विस्ट, RCB को 4 करोड़ का लगा था फटका
भारत के ऑलराउंडर युवराज सिंह ने 2008 से 2019 तक अपने करियर में 6 टीमों के साथ खेला है। 2014 में कोलकाता नाइट राइडर्स ने भी युवराज सिंह को खरीदने की पूरी कोशिश की लेकिन वे सफल नहीं हो सकी। ऑलराउंडर की बोली के लिए आईपीएल नीलामी में सबसे बड़ा विवाद हुआ। इसके कारण आरसीबी को युवराज सिंह को खरीदने के लिए 4 करोड़ ज्यादा देने पड़े।
By Jagran NewsEdited By: Geetika SharmaUpdated: Fri, 08 Dec 2023 05:33 PM (IST)
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। KKR forced RCB to buy again Yuvraj Singh in 14 crores: इंडियन प्रीमियर लीग दुनिया की सबसे अमीर और बड़ी क्रिकेट लीग है। इस बीच फैंस को भी हर साल इसका बेसब्री से इंतजार रहता है। खरीददार खिलाड़ियों को खरीदने के लिए जमकर बोली लगाते हैं।
6 टीमों के साथ खेल चुके हैं युवराज-
ऐसे में भारत के ऑलराउंडर युवराज सिंह ने 2008 से 2019 तक अपने करियर में 6 टीमों के साथ खेला है, जिसमें पंजाब किंग्स (पीबीकेएस), पुणे वॉरियर्स इंडिया (पीडब्ल्यूआई), रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी), दिल्ली कैपिटल्स (डीसी), सनराइजर्स हैदराबाद और मुंबई शामिल हैं।
आईपीएल नीलामी का सबसे बड़ा विवाद-
इस बीच 2014 में कोलकाता नाइट राइडर्स ने भी युवराज सिंह को खरीदने की पूरी कोशिश की, लेकिन वे सफल नहीं हो सकी और ऑलराउंडर की बोली के लिए आईपीएल के इतिहास में एक सबसे बड़ा विवाद पैदा हुआ। दरअसल हुआ यूं कि 10 करोड़ की बोली लगाने के बाद आरसीबी को लगा कि उन्होंने युवराज को खरीद लिया है।ये भी पढ़ें:- 'अगर वो 20 किग्रा कम कर ले तो मैं उसे IPL में ले लूंगा', असगर अफगान ने धोनी के साथ Asia Cup 2018 का मजेदार किस्सा किया शेयर
यहां आया बड़ा ट्विस्ट-
इसके बाद नीलामी करने वाले मेडली को भी लगा कि उन्होंने युवराज को बेच दिया है, लेकिन यहां आया एक मजेदार ट्विस्ट और युवराज की बोली के लिए केकेआर की एंट्री हुई। अब नीलामी करने वाले रिचर्ड मेडली का इस पर ध्यान नहीं गया, जिसके चलते यहां विवाद हो गया।दोबारा शुरू हुई युवराज की नीलामी-
कुछ देर चर्चा के बाद मैडली ने केकेआर को नीलामी में जगह दी और युवराज के लिए फिर बोली लगाना शुरू किया। इसके चलते आरसीबी को युवराज के लिए भारी कीमत चुकानी पड़ी थी। आरसीबी ने 14 करोड़ तक युवराज के लिए बोली लगाकर उन्हें खरीदा था। हालांकि इसके बाद फ्रेंचाइजी के मालिक विजय माल्या ने विरोध करने का ऐलान किया था।