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Mark Boucher Interview: 'क्‍लब फुटबॉल की राह पर क्रिकेट, फाफ डु प्‍लेसिस का टी20 वर्ल्‍ड कप में खेलना बेहद मुश्किल'

दक्षिण अफ्रीका के पूर्व विकेटकीपर बल्‍लेबाज मार्क बाउचर ने कहा कि क्रिकेट भी अब फुटबॉल की राह पर चल रहा है। बाउचर ने बताया कि टी20 की बढ़ती लोकप्रियता से वनडे प्रारूप को नुकसान हो सकता है। इसके साथ ही मार्क बाउचर ने फाफ डु प्‍लेसिस के टी20 वर्ल्‍ड कप 2024 में खेलने की उम्‍मीदों के बारे में अपने विचार प्रकट किए।

By Jagran News Edited By: Abhishek Nigam Updated: Sat, 13 Jan 2024 05:00 AM (IST)
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मार्क बाउचर का मानना है कि क्रिकेट अब फुटबॉल की राह पर है

सुकांत सौरभ, नई दिल्ली। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर मार्क बाउचर का मानना है कि क्रिकेट भी फुटबॉल की राह पर है। उन्होंने स्वीकार किया कि जिस तरह विश्वभर में क्रिकेट लीग के प्रति दर्शकों का उत्साह बढ़ रहा है, आने वाले समय में फुटबॉल क्लबों के जैसे क्रिकेट क्लब बनेंगे और अंतरराष्ट्रीय मैचों का स्थान क्लब क्रिकेट ले लेगी।

एसए20 को लेकर विशेष बातचीत में बाउचर से यह पूछने पर कि विभिन्न देशों में हो रही क्रिकेट लीग आने वाले समय में फुटबॉल की तरह क्लब संस्कृति की ओर बढ़ते कदम तो नहीं? इस पर उन्होंने स्वीकार किया कि वह भी इसे ऐसे ही देखते हैं।

मुझे भी ऐसा ही लगता है। आप देख सकते हैं कि विश्वभर में क्रिकेट फ्रेंचाइजी खरीदने के लिए बड़े-बड़े दावेदार आज मैदान में उतर चुके हैं। अभी भी आप देख सकते हैं कि विश्वभर में कई लीग चल रही हैं। इसमें क्योंकि बहुत पैसा है फ्रेंचाइजी क्रिकेट की मांग भी बढ़ी है, लेकिन मैं आशा करता हूं कि खिलाड़ी यह समझेंगे कि टेस्ट क्रिकेट खेलना भी बहुत आवश्यक है। इसकी महत्ता टी-20 लीग से समाप्त नहीं होनी चाहिए।

यद्यपि, अगर इससे किसी प्रारूप को सर्वाधिक नुकसान हो सकता है तो वह वनडे क्रिकेट है, जो कि बहुत दुखद है। अभी हाल में हमने वनडे विश्व कप में देखा, यह प्रारूप जितना कठिन है उतना रोचक भी है। अब क्रिकेट मैच इतने अधिक होने लगे हैं कि कार्यक्रम बनाना बहुत सरल नहीं है, इसलिए भविष्य में इसका प्रभाव हमें वनडे क्रिकेट प्रारूप पर दिखेगा।

डु प्‍लेसिस का खेलना मुश्किल

साथ ही दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान फाफ डु प्लेसिस के टी-20 विश्व कप टीम में चयनित होने की संभावना पर मार्क ने कहा कि यह तकनीकी रूप से मुश्किल है।

मैं उस वक्त दक्षिण अफ्रीकी टीम का कोच था, जब फाफ ने आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन किया था और उनके चयन को लेकर चर्चा हो रही थी। इसमें कोई दो राय नहीं कि अगर वह एसए20 लीग में अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो फिर उनके नाम को लेकर चर्चा होगी। परंतु, अगर आप इस मामले की गहराई को देखेंगे तो समझेंगे कि अगर आप किसी खिलाड़ी को अचानक टीम में सम्मिलित कर लेते हैं और उन्हें खिलाते हैं तो यह संभव नहीं है।

किसी भी खिलाड़ी को टीम के साथ समझ विकसित करने में समय लगता है, इसलिए आवश्यक है कि वह विश्व कप जैसे बड़े टूर्नामेंट से पहले पांच या 10 मैच टीम के साथ खेलें और सामंजस्य बनाएं। साथ ही केवल एसए20 के प्रदर्शन पर किसी को टीम में सम्मिलित करना अन्य खिलाडि़यों के साथ भी अन्याय होगा। हम यह अवश्य कह सकते हैं कि अगर उन्हें विश्व कप खेलना है तो टूर्नामेंट शुरू होने से पहले वह टीम के साथ कुछ मैच खेलें और सामंजस्य स्थापित करें।

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डु प्‍लेसिस के खेलने की शर्त

यद्यपि, अगर आप मुझसे यह पूछेंगे कि क्या वह विश्व कप खेलने के लिए फिट हैं, तो मैं यही कहूंगा कि हां वह खेलने के लिए बहुत फिट हैं। इस मामले में कई तकनीकी समस्याएं हैं, जिन्हें हल करना होगा और अगर यह विश्व कप से पहले हो जाता है तो शायद हम उन्हें विश्व कप में देख सकते हैं।

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