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IND vs AUS: क्या है पर्थ में भारतीय टीम के जीत के मायने, इन प्वाइंट्स की मदद से समझिए पूरी कहानी

यशस्‍वी जायसवाल और विराट कोहली के शतक साथ ही जसप्रीत बुमराह समेत गेंदबाज़ों के बेहतरीन प्रदर्शन की वजह से बॉर्डर गावस्‍कर ट्रॉफी के पहले टेस्‍ट में भारतीय टीम ने चौथे दिन ऑस्‍ट्रेलिया को 238 रनों पर समेटकर 295 रनों की बड़ी जीत दर्ज की। इस जीत के साथ ही भारतीय टीम ने इतिहास रचा। विदेश धरती पर यह भारत की सबसे बड़ी जीत है।

By Umesh Kumar Edited By: Umesh Kumar Updated: Mon, 25 Nov 2024 07:46 PM (IST)
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भारतीय टीम ने पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को हराया।
 स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय टीम की पर्थ में मिली जीत बेहद खास है। जिस तरह से भारतीय टीम ने वापसी की है, वह कमाल है। पहली पारी में 150 रन पर ऑलआउट होने के बाद, कप्तान बुमराह ने काउंटर अटैक की जो कहानी लिखी है, वह लंबे समय तक याद रखी जाएगी। इसके बाद राहुल, जायसवाल और कोहली ने जिस तरह से बल्लेबाजी की, उसने भारत के लिए इस जीत की एक अलग कहानी लिखी।

ऑस्ट्रेलिया की टीम के लिए यह हार काफी बड़ा झटका है। इसके बाद डे-नाइट टेस्ट है और वहां ऑस्ट्रेलियाई टीम वापसी करने का पूरा प्रयास करेगी। हालांकि, भारत के लिए यह कई मायनों में खास रही। इस जीत से भारत टीम में आत्मविश्वास बढ़ा होगा। घर में न्यूजीलैंड के हाथों क्लीन स्वीप झेलने के बाद भारत की वापसी गजब की रही। आईए इन प्वाइंट्स में समझते हैं पूरा खेल।

टीम को मिला आत्मविश्वास

भारत पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया को हराने वाली पहली विजटिंग टीम बनी। इसके अलावा पर्थ में भारत ने 16 साल बाद टेस्ट मैच जीता है। इस जीत से भारतीय टीम को यह आत्मविश्वास मिला है कि ऑस्ट्रेलिया में मेजबान टीम का रिकॉर्ड कैसा भी रहा हो उसके तोड़ने का मद्दा इस टीम के पास है। बेहतरीन बल्लेबाजी और उम्दा गेंदबाजी प्रदर्शन ने टीम में यह ऊर्जा भर दी है कि वह कुछ भी कर सकती है।

कोहली की फॉर्म

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलना विराट कोहली को सबसे अधिक पसंद है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विराट का बल्ला जमकर गरजता है। ऑस्ट्रेलिया में खेलते हुए 14 मैच में कोहली ने 7 शतक बनाए हैं। विराट ने सचिन (6) को पीछे छोड़ा है। न्यूजीलैंड के खिलाफ उनका बल्ला नहीं चला था। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरी पारी में आया यह शतक उनके फॉर्म में लौटने की गवाही दे रहा है, जो भारतीय टीम के लिए बहुत मायने रखता है।

युवा खिलाड़ियों ने दी उम्मीद

पहले टेस्ट में मैच अनुभवी खिलाड़ियों की जगह युवा खिलाड़ियों को जगह दी गई। जडेजा और अश्विन की जगह टीम में वाशिंगटन सुंदर को जगह दी गई। सरफराज खान की जगह ध्रुव जुरेल और देवदत्त पडिक्कल को प्लेइंग इलेवन में जगह दी गई। पहली पारी को छोड़ दिया जाए तो दूसरी पारी में देवदत्त पडिक्कल और सुंदर ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। वहीं, दूसरी ओर हर्षित राणा और नीतीश कुमार रेड्डी ने भी लाजवाब प्रदर्शन किया।

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