Mohammed Shami: मोहम्मद शमी की फीकी वापसी, 10 ओवर की गेंदबाजी नहीं मिला कोई भी विकेट
होलकर स्टेडियम में पारंपरिक रूप से पहले दिन पहले सत्र में तेज गेंदबाज हावी रहते हैं। मध्य प्रदेश ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनने में देर नहीं की। करीब एक साल के बाद क्रिकेट मैदान में वापसी कर रहे मुहम्मद शमी की वापसी कुछ खास नहीं रही। उन्होंने 10 ओवर की गेंदबाजी की। हालांकि उन्हें कोई भी विकेट नहीं मिला। मैदान में भी बार-बार फिजियोथैरेपिस्ट की मदद लेते रहे।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। करीब एक साल के बाद क्रिकेट मैदान में वापसी कर रहे मुहम्मद शमी पर देश की निगाहें थी, लेकिन बल्लेबाजों पर शूल से बरसने वाली उनकी गेंदों में पहले सी धार नहीं दिखी। बंगाल की ओर से रणजी ट्रॉफी एलीट समूह-सी के मैच में मध्य प्रदेश के खिलाफ शमी ने 10 ओवर गेंदबाजी की, लेकिन कोई विकेट नहीं ले सके।
मैदान में भी बार-बार फिजियोथैरेपिस्ट की मदद लेते रहे। चलते समय भी सहज नजर नहीं आए। इस बीच बंगाल की पहली पारी 228 रनों पर समाप्त हुई। पहले दिन का खेल समाप्त होने तक मध्य प्रदेश ने एक विकेट खोकर 103 रन बना लिए थे। मेजबान टीम अभी पहली पारी में 125 रन पीछे है।
तेज गेंदबाज रहे हावी
होलकर स्टेडियम में पारंपरिक रूप से पहले दिन पहले सत्र में तेज गेंदबाज हावी रहते हैं। मध्य प्रदेश ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनने में देर नहीं की। सिक्के की उछाल कितनी महत्वपूर्ण है, इसका अहसास बंगाल को तब हुआ जब 79 रनों के स्कोर तक आधी टीम पवैलियन लौट चुकी थी। मुश्किल समय में शाहबाज अहमद (92 रन) और कप्तान अनुस्तूप मजूमदार (44 रन) ने पारी संभाली। दोनों ने छठे विकेट के लिए 96 रनों की भागीदारी की।हालांकि इस दौरान भी वे धीमा नहीं खेले और इस साझेदारी के लिए 120 गेंदों का सामना किया। तेज गेंदबाज कुलवंत खेजरोलिया ने मजूमदार को विकेट के पीछे हिमांशु मंत्री के हाथों कैच कराते हुए इस साझेदारी को तोड़ा। इसके बाद बंगाल का बल्लेबाजी क्रम फिर बिखरने लगा। शतक की ओर बढ़ रहे अहमद गलती कर बैठे और आर्यन पांडे की गेंद पर रजत पाटीदार को कैच थमा बैठे। अपनी पारी के दौरान उन्होंने वनडे अंदाज में बल्लेबाजी की और 80 गेंदों पर 16 चौके और एक छक्का लगाया।
मध्य प्रदेश की शुरुआत रही खराब
मध्य प्रदेश की पहली पारी में शुरुआत खराब रही। विकेटकीपर बल्लेबाज हिमांशु मंत्री को मुहम्मद कैफ ने मात्र 13 रनों के निजी स्कोर पर अपना शिकार बनाया। उन्होंने शुभ्रांशु सेनापति के साथ पहले विकेट के लिए 51 रनों की भागीदारी की। फिर सेनापति ने रजत पाटीदार के साथ मिलकर मप्र को कोई और झटका नहीं लगने दिया। दिन का खेल समाप्त होने तक दोनों 90 गेंद पर 52 रनों की अविजित साझेदारी कर चुके हैं।सेनापति 103 गेंद पर छह चौकों की मदद से 44 रन बना चुके हैं, जबकि पाटीदार ने 55 गेंद पर आठ चौकों की मदद से 41 रन बनाए हैं। बंगाल के लिए शमी ने मैदान तो संभाला, लेकिन वे अपनी रंगत में नजर नहीं आए। चोट के उपचार के बाद वापसी कर रहे शमी की गेंदों में पहले जैसी गति नहीं थी। वे ब्रेक के दौरान कई बार फिजियोथैरेपिस्ट से उपचार कराते भी नजर आए। मैच के बाद चलते समय भी उनकी चाल सामान्य नजर नहीं आ रही थी।