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PCB के अगले अध्यक्ष की दौड़ से बाहर हुए Najam Sethi, पद को लेकर सेठी और अशरफ के बीच है पुरानी टक्कर

Najam Sethi out of next PCB chairman race पीसीबी के अंतरिम अध्यक्ष ने बोर्ड के अगले अध्यक्ष चुनने की प्रक्रिया से अपना नाम वापस ले लिया है। उन्होंने कहा कि वह आसिफ जरदारी और शहबाज शरीफ के बीच विवाद की जड़ नहीं बनना चाहता हैं।

By Jagran NewsEdited By: Geetika SharmaUpdated: Tue, 20 Jun 2023 11:05 AM (IST)
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Najam Sethi out of next PCB chairman race
नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। पूर्व पाकिस्तानी बल्लेबाज रमिज राजा के पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) का पद छोड़ने के बाद नजम सेठी पीसीबी के अध्यक्ष बने थे। नजम सेठी ने पिछले साल अंतरिम अध्यक्ष के रूप में बोर्ड का पदभार संभाला था, लेकिन अब नजम सेठी पीसीबी के अगले अध्यक्ष बनने की दौड़ से बाहर हो गए हैं।

सेठी ने किया ट्वीट-

पत्रकार से क्रिकेट प्रशासक बने 75 वर्षीय ने सोमवार देर रात ट्वीटर पर सत्ता के कुछ फैसलों से असहमत होने पर अपने फैसले की घोषणा की। सेठी ने कहा कि "मैं आसिफ जरदारी और शहबाज शरीफ के बीच विवाद की जड़ नहीं बनना चाहता हूं और पीसीबी के लिए यह संघर्ष की अस्थिरता और अनिश्चितता अच्छी नहीं है। इन हालातों में मैं बोर्ड की अध्यक्षता के लिए उम्मीदवार नहीं हूं। सभी हितधारकों को शुभकामनाएं"

अध्यक्ष के लिए पहली पसंद थे सोठी-

ईएसपीएनक्रिकइन्फो के अनुसार सेठी एक अंतरिम प्रबंधन समिति के अध्यक्ष थे, जो दिसंबर से बोर्ड के प्रभारी बने थे। सेठी का कार्यकाल 21 जून को समाप्त होने वाला है। अंतरिम सेट-अप खत्म होने के बाद सेठी पद पर बने रहने और अध्यक्ष नियुक्त होने के लिए सबसे पहली पसंद माने जा रहे थे, लेकिन पिछले कुछ हफ्तों से जका अशरफ की वापसी की अटकलें लगातार सामने आ रही है।

सेठी और अशरफ की लड़ाई पुरानी-

सेठी और अशरफ के बीच पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के नेतृत्व के लिए हमेशा से ही मुकाबला होता आया है। 2013 और 2014 में दोनों इस पद के लिए लंबी कानूनी लड़ाई उलझे रहे। पाकिस्तान के संघीय मंत्री एहसान मजारी ने इस महीने की शुरुआत में घोषणा की थी कि जका अशरफ अगले पीसीबी अध्यक्ष होंगे। मजारी ने कहा कि पीसीबी अध्यक्ष का चुनाव कराने के लिए सेठी को चार महीने के लिए नियुक्त किया गया था।

प्रबंधन समिति को 2014 के संविधान को बहाल करने के अपने जनादेश को पूरा करने के लिए 120 दिन दिए गए थे, जिसका उद्देश्य विभागीय क्रिकेट को फिर से जीवित करना था। हालांकि सेठी और उनकी टीम को चार सप्ताह का विस्तार दिया गया था, जो 20 जून को समाप्त हो रहा है।