Move to Jagran APP

1971 में आज ही के दिन भारत ने इंग्लैंड में इस कप्तान की अगुआई में जीती थी पहली टेस्ट सीरीज, रचा था इतिहास

भारत और इंग्लैंड के बीच 1971 में तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेली गई थी और पहले दो टेस्ट मैच ड्रा हुए थे। इसके बाद तीसरा टेस्ट मैच मैनचेस्टर में खेला गया था और इसमें भारत को चार विकेट से जीत मिली थी।

By Sanjay SavernEdited By: Updated: Tue, 24 Aug 2021 01:28 PM (IST)
Hero Image
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान अजीत वाडेकर (एपी फोटो)
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। भारतीय क्रिकेट टीम ने अजीत वाडेकर की कप्तानी में आज ही के दिन साल 1971 में इंग्लैंड के खिलाफ पहली टेस्ट सीरीज में जीत दर्ज की थी। 24 अगस्त 2021 यानी आज के दिन इस एतिहासिक जीत के 50 साल पूरे हुए और इस जीत को लेकर टीम इंडिया के कोच रवि शास्त्री ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, इसकी वजह से भारतीय क्रिकेट में बहुत बड़ा बदलाव हुआ। भारतीय टीम ने पहली बार इंग्लैंड की धरती पर टेस्ट सीरीज में जीत दर्ज की थी। 

बीसीसीआइ ने अपने वेबसाइड पर एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें रवि शास्त्री ने कहा कि, मैं उस वक्त नौ साल का था और मुझे हर एक गेंद के बारे में याद है क्योंकि मैं इस टेस्ट मैच की कमेंट्री रेडियो पर सुन रहा था। मुझे याद है कि, फारुख इंजीनियर ने दोनों पारियों में रन बनाए थे। वहीं विशी और अजीत वाडेकर ने भी कुछ रन बनाए थे। यही नहीं चंद्रशेखर ने खेल ही पटल दिया था और उन्होंने 38 रन देकर 6 विकेट लिए थे। मुझे इस मैच के फिगर भी याद हैं। 

भारतीय टीम के हेड कोच शास्त्री ने कहा कि, इस जीत से भारतीय टीम का आत्मविश्वास बढ़ा था कि, वो भी विदेशी धरती पर जीत सकते हैं। इस एतिहासिक जीत के 50 साल पूरे हो गए और उस वक्त के खिलाड़ियों ने सचमुच एक नया बेंच मार्क सेट किया था। भारत और इंग्लैंड के बीच 1971 में तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेली गई थी और पहले दो टेस्ट मैच ड्रा हुए थे। इसके बाद तीसरा टेस्ट मैच मैनचेस्टर में खेला गया था और इसमें इंग्लैंड ने पहली पारी में 355 रन बनाए थे। इसके जवाब में भारत ने दिलीप सरदेसाई की अर्धशतक के दम पर 284 रन बनाए थे। 

इसके बाद भागवत चंद्रशेखर ने अपनी गेंदबाजी के दम पर दूसरी पारी में मैच ही पलट दिया था। उन्होंने दूसरी पारी में 38 रन देकर 6 विकेट लिए और इंग्लैंड की टीम 101 रन पर आल आउट हो गई थी। दूसरी पारी में भारत की तरफ से वेंकटराघवन ने दो जबकि बिशन सिंह बेदी को एक सफलता मिली थी। अब भारत को जीत के लिए 173 रन बनाने थे और इसके बाद फारुख इंजीनियर की पारी के दम पर टीम इंडिया ने 4 विकेट से ये मैच जीत लिया था।