On This Day: Anil Kumble के 10 विकेट के अनसुने किस्से; सचिन तेंदुलकर का कामयाब टोटका, पाक खिलाड़ी की नाकाम साजिश
अनिल कुंबले ने 25 साल पहले आज ही के दिन दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम पर इतिहास रचा था। कुंबले ने पाकिस्तान के सभी 10 विकेट लेकर भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाई थी। भारतीय लेग स्पिनर के 10 विकेट लेने के पीछे के कई अनसुने किस्से हैं जो हम आपको बताने वाले हैं। कुंबले एक पारी में 10 विकेट लेने वाले पहले भारतीय और दुनिया के दूसरे गेंदबाज बने थे।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय टीम के महान लेग स्पिनर अनिल कुंबले ने 25 साल पहले आज ही के दिन ऐसा कमाल किया था कि क्रिकेट प्रेमियों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा था। कई क्रिकेट प्रेमी आज भी इस बात को स्वीकार करते हैं कि उस पल को देखकर उत्साह से रोंगटे खड़े हो जाते हैं और अब भी यह पल रोमांचित कर उठता है।
जी हां, हम उसी पल की बात कर रहे हैं, जब कुंबले ने एक पारी में 10 विकेट लेकर भारत वासियों को गर्व महसूस कराया था। 7 फरवरी 1999 को दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम पर अनिल कुंबले ने अपनी फिरकी के जादू में पाकिस्तानी बल्लेबाजों को उलझाया और एक के बाद एक पूरे 10 विकेट ले डाले।
मैच का हाल
भारत-पाकिस्तान मैच हो तो बताने की जरुरत नहीं कि धड़कनों का क्या हाल होगा। 7 फरवरी 1999 को दूसरा टेस्ट खेला जा रहा था। भारतीय टीम सीरीज में 0-1 से पीछे थी। भारत ने दिल्ली में पहले बल्लेबाजी की और उसकी पहली पारी 252 रन पर ऑलआउट हुई। जवाब में पाकिस्तान की पहली पारी केवल 172 रन पर ढेर हो गई। अनिल कुंबले सबसे ज्यादा चार विकेट झटके।भारत को पहली पारी के आधार पर 80 रन की बढ़त मिली। मेजबान टीम की दूसरी पारी 339 रन पर सिमटी और इस तरह पाकिस्तान को मैच जीतने के लिए 420 रन का लक्ष्य मिला। पाकिस्तान को शाहिद अफरीदी (41) और सईद अनवर (69) की जोड़ी ने 101 रन की साझेदारी करके मजबूत शुरुआत दिलाई।यह भी पढ़ें: उदय सहारन और सचिन दास की जोड़ी ने बना डाला वर्ल्ड रिकॉर्ड, बड़े अंतर से पुरानी जोड़ियों का पीछे छोड़ा
सचिन तेंदुलकर का टोटका आया काम
पाकिस्तान की टीम लक्ष्य की ओर मजबूती से आगे बढ़ रही थी, तब सचिन तेंदुलकर का एक टोटका काम आ गया। तेंदुलकर ने एक टॉक शो में बताया था कि 24 ओवर हो गए थे और भारतीय टीम विकेट लेने में नाकाम रही थी। अनिल कुंबले को गेंदबाजी के लिए बुलाया गया। सचिन तेंदुलकर ने कुंबले का स्वेटर और टोपी ली और अंपायर को जाकर सौंप दी। ऐसा इसलिए ताकि गेंदबाज सीधे अपने रन-अप पर जाकर गेंदबाजी की तैयारी करे।
25वें ओवर में कुंबले ने शाहिद अफरीदी को विकेटकीपर मोंगिया के हाथों कैच आउट करा दिया। अगली ही गेंद पर उन्होंने एजाज अहमद को एलबीडब्ल्यू आउट करके भारत की मैच में वापसी करा दी। तेंदुलकर अपने खेलने वाले दिनों में अंधविश्वास से परहेज नहीं करते थे। उन्हें लगा कि यह टोटका काम आ रहा है। उन्होंने कुंबले के हर ओवर से पहले उनका स्वेटर और टोपी लेना शुरू किया व अंपायर को जाकर देते।
इसका असर ये रहा कि कुंबले ने 10 विकेट लेकर कोटला स्टेडियम पर इतिहा रच दिया। कुंबले ने एक पारी में सभी 10 विकेट चटका दिए। उनका गेंदबाजी स्पेल रहा- 26.3 ओवर में 9 मेडन सहित 74 रन देकर 10 विकेट। भारत ने यह टेस्ट 212 रन के विशाल अंतर से जीतकर सीरीज 1-1 से बराबर की। सचिन तेंदुलकर का टोटका कामयाब रहा और अनिल कुंबले इतिहास रच सके।
🗓️ #OnThisDay in 1999#TeamIndia spin legend @anilkumble1074 became the first Indian bowler & second overall to scalp all the 🔟 wickets in a Test innings 👏👏
Recap all the ten dismissals here 🎥🔽pic.twitter.com/McqiXFjt8S
— BCCI (@BCCI) February 7, 2024