World Cup 2023: वर्ल्ड क्रिकेट में उदय हुआ है Afghanistan का सूरज, दुनिया जीतने निकले हैं ये युवा लड़ाके
बेखौफ खेल बेबाक अंदाज और दुनिया पर छा जाने की जिद। अफगानिस्तान क्रिकेट टीम का यही स्टाइल है। निडरता टीम का सबसे बड़ा गहना है। हार ना मानने की जिद और हर बार जीत की चाहत के दम पर ही अफगानिस्तान ने 23 अक्टूबर की रात नया इतिहास लिख डाला है।अफगानिस्तान ने जब डिफेंडिंग चैंपियन इंग्लैंड को पटखनी दी तो हर किसी ने इसको महज एक उलटफेर बताया।
By Shubham MishraEdited By: Shubham MishraUpdated: Tue, 24 Oct 2023 06:26 PM (IST)
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। बेखौफ खेल, बेबाक अंदाज और दुनिया पर छा जाने की जिद। अफगानिस्तान क्रिकेट टीम का यही स्टाइल है। निडरता टीम का सबसे बड़ा गहना है। हार ना मानने की जिद और हर बार जीत की चाहत के दम पर ही अफगानिस्तान ने 23 अक्टूबर की रात नया इतिहास लिख डाला है।
आईसीसी वर्ल्ड कप 2023 में जब अफगानिस्तान ने डिफेंडिंग चैंपियन इंग्लैंड को पटखनी दी, तो हर किसी ने इसको महज एक उलटफेर बताया। यह बात मानो इन युवा खिलाड़ियों के दिल पर लग गई और ठीक सात दिन बाद ही पाकिस्तान को रौंदते हुए अफगानिस्तान ने बता दिया कि वर्ल्ड क्रिकेट में उनका सूरज भी उदय हो चुका है।
यह जीत नायाब है
वनडे क्रिकेट में अफगानिस्तान ने पाकिस्तान को पहली बार हार का स्वाद चखाया। यह जीत इसलिए नायाब है, क्योंकि पूरे मैच में एक पल को भी नहीं लगा कि बाबर आजम की सेना अफगानिस्तान पर हावी है। गेंदबाजों ने शुरुआती विकेट दिलाए, तो बीच के ओवर्स में राशिद खान, मुजीब, नूर अहमद और मोहम्मद नबी की चौकड़ी ने मिलकर पाकिस्तान के बल्लेबाजों की नाक में खूब दम किया।कमजोरी बन रही अब ताकत
गेंदबाजी और खासतौर पर स्पिन गेंदबाज हमेशा से ही अफगानिस्तान की सबसे बड़ी ताकत रहे हैं। हालांकि, टीम का कमजोर पक्ष उनकी बल्लेबाजी हुआ करती थी। आईसीसी वर्ल्ड कप 2023 में अफगानिस्तान की यही कमजोरी उनकी सबसे बड़ी ताकत दिख रही है। न्यूजीलैंड के खिलाफ अगर मैच को छोड़ दें, तो रहमानुल्लाह गुरबाज और इब्राहिम जादरान ने बाकी सभी मैचों में अफगानिस्तान को सधी हुई शुरुआत देने का काम किया है।गौर करने वाली बात यह है कि गुरबाज-इब्राहिम ने इंग्लैंड और पाकिस्तान दोनों के खिलाफ ही शतकीय साझेदारी जमाई, जिसके बूते टीम मैदान मारने में सफल रहे। रहमत शाह का अनुभव भी टीम के काफी काम आ रहा है, तो नंबर चार पर कप्तान हशमतुल्लाह शाहिदी की बल्लेबाजी टीम की नई ताकत बनकर उभरी है। अंतिम ओवर्स में बड़े शॉट्स लगाने के लिए टीम के पास राशिद खान मौजूद हैं।
अजय जडेजा के टीम से जुड़ने के बाद अफगानी बल्लेबाजों की बैटिंग शैली में भी बदलाव आया है। वह कमजोर गेंदों को बख्श नहीं रहे हैं, पर अच्छी गेंदों पर सिंगल और डबल रन चुराने को भी देख रहे हैं। इसी का नतीजा है कि 283 जैसे बड़े लक्ष्य को टीम ने पाकिस्तान के खिलाफ आसानी से चेज कर डाला।यह भी पढ़ें- PAK vs AFG: यह हार नहीं पाकिस्तान क्रिकेट के मुंह पर तमाचा है! ऐसे World Cup नहीं जीता जाता है कप्तान Babar Azam