कमरे में बैठकर रो रहे थे R Ashwin, दिमाग ने काम करना कर दिया था बंद; राजकोट टेस्ट की वो रात कभी नहीं भूल पाएगा भारतीय स्पिनर
आर अश्विन ने राजकोट टेस्ट को लेकर खुलासा किया है। अश्विन ने बताया कि उन्होंने जब अपनी मां की तबियत खराब होने की खबर सुनी तो वह बुरी तरह से परेशान हो गए थे। भारतीय स्पिनर ने बताया कि उनके दिमाग ने काम करना बंद कर दिया था और वह कमरे में बैठकर रो रहे थे। अश्विन ने कहा कि रोहित ने उनका पूरा साथ दिया।
राजकोट की वो रात मुश्किल थी
आर अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए बताया कि राजकोट टेस्ट की वो रात उनके लिए काफी मुश्किल थी। उन्होंने कहा, "हम ड्रेसिंग रूम फिर से बातचीत करने के लिए गए और उसके बाद अपने रूम में आए। रोहित, मैं और सभी मैच को लेकर बातचीत कर रहे थे। तभी मुझे एहसास हुआ कि मेरे को पत्नी और पैरेंट्स का कॉल नहीं आ रहा है। मुझे लगा कि वह कॉल उठाने और इंटरव्यू में देने में बिजी होंगे।"
भारतीय ऑफ स्पिनर ने आगे बताया, "मैंने 7 बजे के आसपास अपनी बीवी को कॉल किया। मैंने पूछा कि मेरे पैरेंट्स मेरी कॉल का जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं। उनकी आवाज थोड़ी सहमी से लग रही थी। उन्होंने मेरे को लोगों से दूर आने को कहा। मेरी पत्नी ने बताया कि मां सिरदर्द के बाद नीचे गिर गईं। मैं सन्न रह गया। मुझे नहीं पता चल रहा था कि मेरे को कैसे रिएक्ट करना है या क्या सवाल पूछने हैं।"
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दिमाग ने काम करना कर दिया था बंद
अश्विन ने आगे कहा, "मैं रो रहा था, लेकिन मैं इस बात को सुनिश्चित करना चाहता था कि मेरे को रोते हुए कोई भी ना देखे। मैं कुछ भी सोच नहीं पा रहा था। मैं थोड़े समय के लिए अपने कमरे में बैठकर रो रहा था। इसके बाद कॉल पिक नहीं करने की वजह से टीम के फिजियो मुझे चेक करने के लिए आए। रोहित और राहुल भाई भी मेरा हाल जानने के लिए आए। मैं उनको यह बता रहा था कि मैं कुछ भी सही से सोच नहीं पा रहा हूं।"
फूट-फूटकर रो रहे थे अश्विन
भारतीय स्पिनर ने कहा, "मैं प्लेइंग 11 का हिस्सा था और गेम बैलेंस था। अगर मैं स्क्वॉड को छोड़कर चले जाऊंगा, तो हमको 10 खिलाड़ियों के साथ इंग्लैंड की फुल स्ट्रेंथ टीम का सामना करना पड़ेगा। वो भी तब जब वह हम पर हावी हैं। मेरे दिमाग में काफी कुछ चल रहा था। इसके साथ ही मेरे दिमाग में दूसरा ख्याल भी आ रहा था। मैं उस वक्त को याद कर रहा था कि जब मैंने अपनी मां से दोबारा बात की थी। मैं उनको देखकर वापस आना चाहता था। मैंने पूछा कि वह कैसी हैं और क्या वह अपने होश में हैं, लेकिन डॉक्टर ने मुझे बताया कि वह देखने लायक पोजीशन में नहीं हैं। मेरा दिमाग एकदम खराब हो गया।"
पुजारा ने की फ्लाइट की व्यवस्था
अश्विन ने आगे कहा, "मैं फ्लाइट खोज रहा था, लेकिन मुझे कोई भी फ्लाइट नहीं मिल रही थी। राजकोट एयरपोर्ट 6 बजे बंद हो जाता है और छह बजे के बाद कोई भी फ्लाइट नहीं थी। मुझे नहीं समझ आ रहा था कि क्या करूं। रोहित और राहुल भाई मेरे कमरे में आए और उन्होंने मुझे सोचने से मना किया। रोहित भाई ने मुझसे कहा कि मैं अपनी फैमिली के पास जाऊं और वह चार्टर फ्लाइट की व्यवस्था करने की कोशिश कर रहे थे। चेतेश्वर पुजारा को बड़ा धन्यवाद। उन्होंने अहमदाबाद में कुछ फ्लाइट खोजी और उसको राजकोट भेजा, जिसमें मैं ट्रैवल कर सका। मुझे नहीं पता कि वो दो घंटे कैसे बीते।"
अश्विन के साथ खड़े रहे रोहित
भारतीय स्पिनर ने कहा कि इस मुश्किल समय में रोहित उनके साथ खड़े रहे। उन्होंने बताया, "रोहित ने मेरे साथ कमलेश हमारे फिजियो को साथ भेजा। एयरपोर्ट जाते समय रोहित फिजियो को लगातार कॉल रहे थे और उनको इस मुश्किल समय में मेरे साथ रहने के लिए कह रहे थे।"