Rahul Dravid Head Coach: भारत के लिए द्रविड़ से बेहतर कोई कोच नहीं! जानें BCCI ने क्यों फिर से राहुल पर जताया भरोसा?
बीसीसीआई ने ये घोषणा की है कि राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ही टीम इंडिया के कोच रहेंगे। उनका कार्यकाल बढ़ा दिया गया है। वहीं कोचिंग स्टाफ में भी कोई बदलाव नहीं किया गया। बल्लेबाजी कोच विक्रम राठोर गेंदबबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे और फील्डिंग कोच टी दिलीप ही रहेंगे। ऐसे में जानते हैं क्यों फिर से बीसीसीआई ने द्रविड़ पर भरोसा जताया है?
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। Rahul Dravid as Team India Head Coach: बीसीसीआई ने भारतीय क्रिकेट टीम के नए हेड कोच को लेकर काफी समय से चली आ रही अटकलों पर पूर्णविराम लगा दिया है। बीसीसीआई ने ये घोषणा की है कि राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ही टीम इंडिया के कोच रहेंगे।
उनका कार्यकाल बढ़ा दिया गया है। वहीं, कोचिंग स्टाफ में भी कोई बदलाव नहीं किया गया। बल्लेबाजी कोच विक्रम राठोर, गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे और फील्डिंग कोच टी दिलीप ही रहेंगे।
बता दें कि पिछले दो साल से मुख्य कोच की भूमिका निभाने वाले द्रविड़ का कोचिंग कार्यकाल वनडे विश्व कप 2023 के बाद खत्म हो गया था, लेकिन बीसीसीआई ने अब उनके कार्यकाल को बढ़ा दिया है।
द्रविड़ की कोचिंग के दौरान भारत आईसीसी टूर्नामेंट जीत तो नहीं पाया, लेकिन फिर भी क्यों राहुल द्रविड़ पर बीसीसीआई (BCCI) ने भरोसा जताते हुए उन्हें ये जिम्मेदारी फिर से सौंपी, आइए जानते हैं इस आर्टिकल के जरिए कोच द्रविड़ की खूबियां।
Rahul Dravid पर BCCI ने दोबारा से क्यों जताया भरोसा?
1. जीत नहीं मिली, लेकिन भारतीय प्लेयर्स का बढ़ा कॉन्फिडेंस
टी-20 विश्व कप 2021 के खत्म होने के बाद राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) को भारत का हेड कोच बनाया गया था। उन्हें ये जिम्मेदारी संभालने के बाद भारतीय टीम को टी-20, वनडे और टेस्ट, तीनों फॉर्मेट में नंबर 1 पर पहुंचाया। टेस्ट से लेकर टी-20 और वनडे में लगातार भारत ने कई शानदार प्रदर्शन कर मैच जीते।
राहुल द्रविड़ की कोचिंग में भारतीय क्रिकेट टीम ने टी20 वर्ल्ड कप 2022 में सेमीफाइनल तक का सफर तय किया था, लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा।
वहीं, टीम इंडिया ने आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप 2023 के भी फाइनल में जगह बनाई, जहां उन्हें ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा। इसके अलावा वनडे वर्ल्ड कप 2023 में एक दूसरी ही भारतीय टीम नजर आ रही थी, जिसने लगातार 10 मैचों में जीत हासिल कर फाइनल का टिकट कटाया था, लेकिन फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से उसे हार का सामना करना पड़ा।
भारतीय टीम के शानदार प्रदर्शन के पीछे कोच राहुल द्रविड़ का बड़ा हाथ रहा। भले ही, आईसीसी टूर्नामेंट में टीम के हाथ अंत में निराशा लगी हो, लेकिन भारत की ऐसी टीम को देखकर हर कोई हैरान रह गया।
2. युवा खिलाड़ियों में दुनिया को दिखाया भारत का भविष्य
भारतीय टीम के सीनियर प्लेयर्स रोहित शर्मा, विराट कोहली की उम्र बढ़ती जा रही है। ऐसे में कोच राहुल द्रविड़ ने युवा खिलाड़ियों को तैयार करना शुरू किया। भारत के सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल भी द्रविड़ की कोचिंग में ही निखरे हैं, जिनका बल्ला अब जमकर गरजता हुआ नजर आता हैं।
उन्हें प्रिंस ऑफ क्रिकेट कहा जाता हैं। इतना ही नहीं, द्रविड़ ने विराट कोहली को भी फॉर्म में वापसी करने में मदद की और वह युवा प्लेयर्स को पूरा सपोर्ट करते हुए नजर आते हैं
3. तीनों फॉर्मेट में भारत को बनाया नंबर 1 टीम
भारतीय टीम राहुल द्रविड़ की कोचिंग में तीनों फॉर्मेंट में एक साथ टॉप पर रही। अभी तक भारत के अलावा सिर्फ साउथ अफ्रीका की टीम ही ऐसा कर पाई है। उन्होंने तीनों फॉर्मेट में एक साथ ये खास उपलब्धि हासिल की है। द्रविड़ की कोचिंग में भारत ने दो बार वनडे में 300 प्लस रनों से जीत हासिल की हैं।