चैंपियंस ट्रॉफी से पहले भारत के लिए ये अच्छा संकेत नहीं, जानिए ऐसा क्या हुआ
एक कारण ऐसा जरूर है जो टीम के लिए अच्छा संकेत नजर नहीं आ रहा है।
By ShivamEdited By: Updated: Thu, 11 May 2017 11:35 AM (IST)
(शिवम् अवस्थी), स्पेशल डेस्क- नई दिल्ली। चैंपियंस ट्रॉफी अब बस कुछ ही दिन दूर है। इंग्लैंड में होने वाले इस शानदार वनडे टूर्नामेंट के लिए भारतीय टीम की घोषणा भी हो चुकी है और तकरीबन सभी इस टीम से संतुष्ट भी नजर आ रहे हैं.....लेकिन एक कारण ऐसा जरूर है जो टीम के लिए अच्छा संकेत नजर नहीं आ रहा है, यहां हम विराट कोहली या धौनी की बात नहीं कर रहे हैं।
- ये धुरंधर बना चिंता का विषयबेशक आइपीएल में विराट और धौनी के बल्ले की गरज कुछ खास न सुनाई दी हो लेकिन धवन और रोहित जैसे बल्लेबाजों का फॉर्म में दिखना बल्लेबाजी में थोड़ी राहत तो महसूस करा ही रहा है। समस्या है गेंदबाजी से जुड़ी। यहां चिंता का विषय हैं ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा। वही रवींद्र जडेजा जो पिछली चैंपियंस ट्रॉफी (2013) में गेंदबाजी में अव्वल साबित हुए थे। पिछली चैंपियंस ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले शिखर धवन तो लय में लौट आए हैं लेकिन आइपीएल में जडेजा का मौजूदा फॉर्म टीम के लिए चिंता का विषय जरूर है।
- क्या कहते हैं आंकड़ेरवींद्र जडेजा ने मौजूदा सीजन में गुजरात लायंस की तरफ से कुल 11 मैच खेले हैं। इस दौरान कुल 210 गेंदें की हैं और 9.42 की इकॉनमी रेट से गेंदबाजी करते हुए 330 रन लुटाए हैं। यही नहीं, जडेजा को अब तक टूर्नामेंट में सिर्फ 5 विकेट ही हासिल हुए हैं। बैंगलोर के खिलाफ पहले मैच में तो उन्होंने 4 ओवर में बिना कोई विकेट लिए 57 रन लुटा दिए थे जो आइपीएल इतिहास में उनका सबसे खराब प्रदर्शन साबित हुआ था। इसके अलावा कई मौकों पर उनकी बल्लेबाजी की भी बहुत जरूरत पड़ती है लेकिन इस सीजन में उन्होंने 11 मैचों में कुल 138 रन बनाए हैं जिसमें एक भी अर्धशतक तक शामिल नहीं है। बुधवार रात कानपुर में दिल्ली के खिलाफ भी वो कुछ खास नहीं कर सके और 4 ओवर में बिना कोई विकेट लिए 31 रन लुटाए। दिल्ली की पारी के दौरान उन्होंने दो शानदार रन आउट जरूर किए लेकिन इससे गुजरात को ज्यादा फायदा नहीं हुआ और ये मैच दिल्ली ने 2 विकेट से जीत लिया।