पाकिस्तान के पूर्व कप्तान ने चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर ICC और BCCI पर कसा तंज, जो कहा वो हैरान कर देगा
पाकिस्तान में अगले साल चैंपियंस ट्रॉफी खेली जानी है। इसे लेकर हालांकि बीसीसीआई का रुख अभी तक साफ नहीं है कि वह टीम इंडिया को पाकिस्तान में भेजेगा या नहीं। इसे लेकर पाकिस्तान के पूर्व कप्तान ने आईसीसी को तंज कसते हुए बड़ी बात कही है और साथ ही बीसीसीआई पर भी निशाना साधा है। भारत पिछले साल एशिया कप के लिए भी पाकिस्तान नहीं गया था।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय टीम ने टी20 वर्ल्ड कप जीत लिया है। अब टीम इंडिया की नजरें आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप और अगले साल होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी पर हैं। लेकिन चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर अभी से ही बाजार गर्म है। इसका कारण ये है कि चैंपियंस ट्रॉफी पाकिस्तान में खेली जानी है। इसलिए इस बात पर स्थिति साफ नहीं है कि भारत इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेगा या नहीं। इसे लाकर पाकिस्तान के पूर्व कप्तान ने अपनी बात रखी है।
पिछले साल एशिया कप का आयोजन भी पाकिस्तान में होना था लेकिन बीसीसीआई ने टीम इंडिया को वहां भेजने से मना कर दिया था। फिर श्रीलंका की संयुक्त मेजबानी में एशिया कप खेला गया था। भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक संबंध अच्छे नहीं हैं और इसी कारण दोनों देशों के बीच 2012 के बाद से कोई भी बायलिटरेल सीरीज नहीं खेली गई है।
पाकिस्तानी पूर्व कप्तान का बयान
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सलमान बट ने इस पर कहा है कि इस मामले में आईसीसी को दखल देना चाहिए। सलमान ने कहा कि उन्होंने इसे लेकर कुछ मीडिया रिपोर्ट्स देखी हैं। सलमान ने कहा कि इस मामले में आईसीसी को दखल देना चाहिए और ये सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी टीमें पाकिस्तान आएं।
सलमान ने अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए कहा, "हम हर चीज को सनसनी बनाने की कोशिश करते हैं। कुछ रिपोर्ट्स में ऐसा बताया गया है कि जय शाह ने इस मामले में पॉजिटिव रिस्पांस दिया है। लेकिन मुझे नहीं लगता कि उन्होंने कोई सिग्नल दिए हैं। अगर उनकी तरफ से कुछ पॉजिटिव सिग्नल आते भी तो मैं खुश नहीं होता क्योंकि ये आईसीसी का दायित्व है कि वह इस बात को सुनिश्चित करे कि सभी टीमें पाकिस्तान आएं।"
आएं तो स्वागत है
सलमान ने कहा कि अगर भारत में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान न आने का फैसला कर लिया है तो आईसीसी को इससे निपटन चाहिए। ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि आईसीसी भारतीय बोर्ड से किस तरह से निपटती है। उन्होंने कहा,"अगर वह आते हैं तो उनका स्वागत है। अगर नहीं आते हैं तो आईसीसी को इससे निपटना होगा। हमें पता चलेगा कि वह बाकी देशों से जिस तरह से डील करते हैं उसी तरह से भारत से डील कर पाते हैं या नहीं। इससे पता चलेगा कि एक आईसीसी कितनी ऑथोरिटी से बात करता है।"