MS Dhoni जैसे बाल रखने वाले खिलाड़ी ने किया संन्यास का एलान, भारत के लिए विराट कोहली के साथ जीता था वर्ल्ड कप
एमएस धोनी जैसे लंबे बाल रखने वाले झारखंड के सौरभ तिवारी ने सोमवार को पेशेवर क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। 34 साल के सौरभ तिवारी ने 2010 में भारत के लिए तीन अंतरराष्ट्रीय मैच खेले थे। वो विराट कोहली के नेतृत्व वाली भारतीय अंडर-19 वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य भी थे। तिवारी ने एमएस धोनी के साथ आईपीएल में राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स का प्रतिनिधित्व भी किया था।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। सौरभ तिवारी ने सोमवार को पेशेवर क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। 34 साल के झारखंड के बल्लेबाज सौरभ तिवारी ने कहा कि वो झारखंड के सीजन के आखिरी रणजी मैच के बाद अपने जूते टांग देंगे। झारखंड अपना अगला रणजी मैच 15 फरवरी से खेलेगा।
सौरभ तिवारी ने मौजूदा रणजी ट्रॉफी सीजन में झारखंड के लिए चार मैच खेले और फरवरी की शुरुआत में जमशेदपुर में मणिपुर के खिलाफ नाबाद 114 रन बनाए। हरियाणा के खिलाफ मैच में सौरभ तिवारी ने क्रमश: 23 और 3 रन बनाए। जब सौरभ तिवारी अगले सप्ताह संन्यास ले लेंगे तो उनके 17 साल के प्रतिस्पर्धी करियर पर विराम लगेगा।
ऐसे चर्चा का केंद्र बने सौरभ
विराट कोहली के नेतृत्व में 2008 में भारतीय अंडर-19 टीम ने वर्ल्ड कप खिताब जीता था। सौरभ तिवारी उस टीम के प्रमुख खिलाड़ियों में से एक थे। सौरभ तिवारी पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी को अपना आदर्श मानते हैं और उन्होंने युवा उम्र में माही जैसे लंबे बाल रखे थे। सौरभ तिवारी बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं, लेकिन वो धोनी जैसे लंबे-लंबे शॉट खेलने के लिए जाने जाते थे।सौरभ तिवारी ने विशाखापट्टनम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना डेब्यू किया और भारतीय टीम के लिए तीन वनडे खेले। बाएं हाथ के बल्लेबाज भारतीय टीम में अपनी जगह स्थापित नहीं कर पाए जबकि वो बड़े-बड़े शॉट खेलने की छवि बना चुके थे।यह भी पढ़ें: पंजाब सुपर किंग्स के पूर्व खिलाड़ी ने लिया क्रिकेट को कहा अलविदा, IPL 2008 में बने थे ऑरेंज कैप होल्डर
क्यों लिया संन्यास?
एमएस धोनी की राज्य टीम के पूर्व साथी सौरभ तिवारी ने कहा कि संन्यास का फैसला अचानक नहीं बल्कि सोच समझकर लिया गया है ताकि राज्य टीम में युवा को मौका मिले। सौरभ तिवारी के हवाले से ईएसपीएनक्रिकइंफो ने कहा, ''इस यात्रा से विदाई लेना मुश्किल है, क्योंकि इसकी शुरुआत मेरी स्कूलिंग से पहले हो गई थी।''
मुझे लगता है कि यह संन्यास लेने का सही समय है। मेरा मानना है कि अगर आप राष्ट्रीय टीम या आईपीएल में नहीं है तो बेहतर है कि युवा के लिए राज्य टीम में जगह बना दें। युवाआं को हमारी टेस्ट टीम में काफी मौका मिलता है तो मैंने यह फैसला लिया।ऐसा नहीं कि मैंने सिर्फ अपने प्रदर्शन के आधार पर यह फैसला लिया हो। आप रणजी ट्रॉफी में मेरा रिकॉर्ड देख सकते हैं। पिछले घरेलू सीजन का भी। यह हमेशा पूछा जाता है कि अब आगे क्या करूंगा, लेकि फिलहाल के लिए मैं बस इतना जानता हूं कि क्रिकेट ही ऐसी चीज है, जिसके बारे में जानता हूं कि इससे जुड़ा रहूंगा। मुझे राजनीति का प्रस्ताव भी मिला।