IND vs SA: केपटाउन में 30 साल से एक जीत को तरस रही Team India, शर्मनाक रहा है रिकॉर्ड; कैसे होगा टेस्ट सीरीज बराबर करने का सपना साकार?
साउथ अफ्रीका की धरती पर 31 साल बाद टेस्ट सीरीज जीतने का सपना तो चकनाचूर हो चुका है। हालांकि कप्तान रोहित शर्मा और भारतीय टीम 2010 के बाद मेजबान देश में टेस्ट सीरीज ड्रॉ करने का सपना जरूर देख रही है। टीम इंडिया के लिए केपटाउन में यह सपना सच करना इतना आसान नहीं होगा। इस ग्राउंड पर भारत एक भी टेस्ट नहीं जीत सका है।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। Team India Capetown Record: सेंचुरियन में मिली शर्मनाक हार के बाद टीम इंडिया केपटाउन में साउथ अफ्रीका से हिसाब चुकता करने को बेकरार है। रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम दूसरे टेस्ट को जीतकर सीरीज का अंत बराबरी पर करना चाहेगी। हालांकि, यह काम इतना आसान नजर नहीं आता है। केपटाउन में पिछले 30 साल में भारतीय टीम एक भी टेस्ट मैच नहीं जीत सकी है।
केपटाउन में डरावना भारत का रिकॉर्ड
साउथ अफ्रीका की धरती पर 31 साल बाद टेस्ट सीरीज जीतने का सपना तो चकनाचूर हो चुका है। हालांकि, कप्तान रोहित शर्मा और भारतीय टीम 2010 के बाद मेजबान देश में टेस्ट सीरीज ड्रॉ करने का सपना जरूर देख रही है। टीम इंडिया के लिए केपटाउन में यह सपना सच करना इतना आसान नहीं होगा।
इस ग्राउंड पर भारतीय टीम ने अब तक कुल 6 टेस्ट मैच खेले हैं। छह में चार में टीम को हार का मुंह देखना पड़ा है, तो दो मैच भारतीय टीम किसी तरह से ड्रॉ कराने में सफल रही है। पिछले 30 साल से इस मैदान पर टीम इंडिया को अपनी पहली जीत का इंतजार है।
यह भी पढ़ें- दूसरे टेस्ट से पहले नेट पर डटे रहे Rohit Sharma, लगातार 45 मिनट तक तोड़ी बॉलर की कमर, इस घातक गेंदबाज को मिल सकती है टीम में जगह
बल्लेबाजों को दिखाना होगा दमखम
भारतीय टीम को अगर केपटाउन में जीत दर्ज करनी है, तो टीम के बल्लेबाजों को जिम्मेदारी के साथ खेलना होगा। सेंचुरियन टेस्ट के दोनों ही पारियों में इंडियन बैटर्स ने बुरी तरह से निराश किया था। केएल राहुल और विराट कोहली को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज टिककर मेजबान टीम के गेंदबाजों का सामना नहीं कर सका था। खुद कप्तान रोहित शर्मा भी बल्ले से दोनों इनिंग में फ्लॉप रहे थे।सेंचुरियन में मिली थी शर्मनाक हार
भारतीय टीम को साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट मैच में एक पारी और 32 रन से हार का सामना करना पड़ा था। पहली पारी में भारत की पूरी टीम महज 245 रन बनाकर ढेर हो गई थी। वहीं, दूसरी इनिंग में इंडियन बैटर्स का हाल और भी बेहाल रहा था और पूरी टीम सिर्फ 131 रन पर ऑलआउट हुई थी।