Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

गरीबी में बीता बचपन, पिता ने दिखाई क्रिकेट की राह; अब Team India के लिए WC जीतना चाहता है MI का ये स्टार

आईपीएल में धुंआधार प्रदर्शन करने वाले तिलक वर्मा अब टीम इंडिया में भी अपनी एंट्री के बाद कमाल कर रहे हैं। फॉलो द ब्लूज पर स्टार स्पोर्ट्स से तिलक के पिता नंबूरी ने खास बातचीत की। उन्होंने बताया कि कैसे बचपन में भी तिलक प्लास्टिक के बल्ले से खेलते रहते थे। उन्होंने तिलक की कामयाबी का श्रेय कोच सलाम बयाश को दिया है।

By Jagran NewsEdited By: Geetika SharmaUpdated: Wed, 09 Aug 2023 09:33 AM (IST)
Hero Image
इलेक्ट्रीशियन पिता की मेहनत ने बनाया क्रिकेटर. फोटो- ट्विटर

नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। Tilak Varma Remember His Childhood: आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए मध्यक्रम में दमदार प्रदर्शन करने वाले तिलक वर्मा अब टीम इंडिया  (Tilak Varma in Team India) में भी अपनी एंट्री के बाद धमाल मचा रहे हैं। टी-20 में बेटे के प्रदर्शन से खुश पिता ने कहा कि उसका सपना है कि वह टीम इंडिया के लिए वर्ल्ड कप जीते।

बता दें कि बचपन में गरीबी का सामना करने के बावजूद तिलक के परिवार, विशेष रूप से पिता ने उन्हें क्रिकेट की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित किया। गुरु और गॉडफादर कोच सलाम बयाश के मार्गदर्शन ने अंडर-19 विश्व कप में जगह दिलाई थी।

बचपन से क्रिकेट की तरफ था झुकाव- 

फॉलो द ब्लूज पर स्टार स्पोर्ट्स से विशेष रूप से बात करते हुए पिता नंबूरी ने कहा कि "जब वह बच्चा था, तब से ही उसके हाथ में हमेशा बल्ला होता था, वह हर समय अपने क्रिकेट बैट से खेलता रहता था। हमने उसके लिए प्लास्टिक का बल्ला खरीदा, जो खिलौनों की दुकानों से मिलता है, और जब वह सोता था, तब भी वह बल्ला और गेंद अपने पास रखता था। वे हमेशा से टीम इंडिया को विश्व कप जीताना चाहते हैं।"

पिता ने की दिन-रात मेहनत-

पैसों की कमी तिलक के परिवार ने उनका समर्थन किया और उनके सपनों को पूरा किया। इस पर तिलक ने कहा कि "मेरे परिवार Tilak varma Family का समर्थन बहुत अच्छा था। मेरे पिता एक इलेक्ट्रीशियन थे इसलिए उन्हें बहुत काम करना पड़ता था। वह मुझे क्रिकेट अकादमी में भेजने के लिए सुबह से शाम तक काम करते थे। उन्होंने मेरे लिए बहुत काम किया। कभी-कभी मेरे पास बल्ला नहीं होता था। इसलिए मैं अपने पिता से पूछता था और वह हमेशा कहते थे कि वह मुझे यह उपलब्ध करा देंगे।"

कोच को दिया कामयाबी का श्रेय-

तिलक के पिता ने उनकी सफलता Tilak varma success का श्रेय कोच सलाम बयाश को देते हुए कहा कि "सलाम सर उन्हें बहुत प्रोत्साहित करते थे, चाहे वह उनका दोपहर का भोजन हो या उनका क्रिकेट उपकरण, उन्होंने कहा कि वह इसे उन्हें  (तिलक को) देंगे।

वह मुझसे कहते थे कि अगर कोई परेशानी हो तो वह हमेशा मौजूद हैं, हमें उन्हें (तिलक को) अगले स्तर पर ले जाना है। मैं सलाम सर से कहता था कि उन्हें पढ़ाई में कमी नहीं रखनी चाहिए, वह हमें आश्वासन देते थे कि सब कुछ ठीक हो जाएगा और पैसे की कोई समस्या नहीं होगी। वह उन्हें बहुत प्रोत्साहित करते थे, वह उनके लिए गॉडफादर की तरह थे।"