IND vs BAN T20I: कौन हैं 'राजधानी एक्सप्रेस' के नाम से पहचाने जाने वाले मयंक यादव? पिता की सलाह ने कैसे बदला जीवन
IND vs BAN T20I Mayank Yadav बीसीसीआई ने शनिवार 28 सितंबर को बांग्लादेश के खिलाफ टी20I सीरीज के लिए 15 सदस्यीय भारतीय टीम का एलान कर दिया। सूर्यकुमार की अगुआई में भारतीय टीम 6 अक्टूबर को अपना पहला मुकाबला खेलेगी। भारतीय टीम में मयंक यादव को पहली बार चुना गया है। आईपीएल 2024 में डेब्यू करते हुए मयंक यादव ने सुर्खियां बटोरी थीं।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। आईपीएल 2024 में 150 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा की रफ्तार से धमाल मचाने वाले तेज गेंदबाज मयंक यादव को पहली बार भारत की टीम में शामिल किया गया है। उन्हें बांग्लादेश के खिलाफ तीन मैच की टी20I सीरीज के लिए टीम में चुना गया है। सीरीज का आगाज 6 अक्टूबर से ग्वालियर में शुरू होगी।
आईपीएल 2024 के शुरुआती दौर में मयंक ने दो बार प्लेयर-ऑफ-द-मैच के पुरस्कार जीते थे। अपनी रफ्तार से बल्लेबाजों को परेशान करने वाले मयंक चर्चा का विषय बन गए थे। लखनऊ सुपर जायंट्स (एलएसजी) के इस तेज गेंदबाज ने सीजन के अपने तीसरे मैच में केवल एक ओवर फेंका, लेकिन पेट में दर्द के कारण बाहर चले गए। उन्हें जल्द ही साइड इंजरी के कारण आईपीएल से बाहर कर दिया गया।
जानें कौन हैं मयंक यादव
मयंक यादव के पिता प्रभु यादव मूल बिहार के सुपौल जिले के रहने वाले हैं। हालांकि, मयंक का जन्म दिल्ली में ही हुआ और यही पले-बढ़े हैं। मयंक के पिता दिल्ली में सायरन बनाने की फैक्ट्री है। एक दिन उनके पिता फैक्ट्री से लौट रहे थे।सीधे घर जाने की बजाए वेंकटेश्वरैया कॉलेज ग्राउंड पहुंच गए, जहां उनका बेटा मशहूर सोनेट क्लब में ट्रेनिंग कर रहा था। उस दिन पिता प्रभु यादव ने मयंक को एक बात कही थी जिसे बेटे ने गांठ बांधकर रख ली थी। इसका खुलासा उन्होंने एक इंटरव्यू में किया था।
सिर पर गेंद मारने की दी थी सलाह
प्रभु ने बताया, तुझे पता है कर्टली एंब्रोस से लोग डरते क्यों हैं? क्योंकि वो सिर पर गेंद डालते थे। अगर तू चाहता है कि बल्लेबाज तुमसे खौफ खाएं तो तुम्हें भी ऐसा ही करना चाहिए। इसके बाद से मयंक को 'राजधानी एक्सप्रेस' नाम दिया और और दिल्ली क्रिकेट के गलियारों में मयंक को 'सर पर मारने वाले गेंदबाज' के रूप में जाना जाता है।एक होनहार युवा क्रिकेटर मयंक यादव को आईपीएल 2022 में लखनऊ ने खरीदा था। 17 जून 2002 को जन्मे मयंक तेज गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं। मयंक 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करने में सक्षम हैं। मयंक दिल्ली के लिए घरेलू क्रिकेट खेलते थे।