World Cup 2023 के बाद Rahul Dravid की होगी छुट्टी! इन 4 वजहों के कारण खूब हुई किरकिरी
भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर और मौजूदा हेड कोच राहुल द्रविड़ की जमकर आलोचना हो रही है। टीम इंडिया इस वक्त वेस्टइंडीज दौरे पर है जहां वह पांच मैचों की टी-20 सीरीज खेल रही है। अभी तक इतिहास में टीम इंडिया वेस्टइंडीज के खिलाफ इस दौर में एक भी सीरीज नहीं हारी है लेकिन खिलाड़ियों का प्रदर्शन कुछ खास नजर नहीं आ रहा है।
By Priyanka JoshiEdited By: Priyanka JoshiUpdated: Thu, 10 Aug 2023 05:02 PM (IST)
नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। Rahul Dravid Team India Head Coach भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर और मौजूदा हेड कोच राहुल द्रविड़ की जमकर आलोचना हो रही है। टीम इंडिया इस वक्त वेस्टइंडीज दौरे पर है, जहां वह पांच मैचों की टी-20 सीरीज खेल रही है। अभी तक इस दौरे पर टीम इंडिया एक भी सीरीज नहीं हारी है, लेकिन खिलाड़ियों का प्रदर्शन कुछ खास नजर नहीं आ रहा है।
टी-20 सीरीज में टीम इंडिया ने पहले दो मैचों में हार का सामना किया और तीसरे टी-20 मैच में जीत हासिल की, लेकिन टीम मैनेजमेंट को लेकर सवाल उठ रहे है। कोच राहुल द्रविड़ भी लगातार निशाने पर बने हुए है।
ऐसे में ये माना जा रहा है कि वनडे विश्व कप के बाद राहुल द्रविड़ को कोच पद से हटाया भी जा सकता है। आइए जानते हैं इसके पीछे के कारण के बारे में जिनके चलते द्रविड़ का कार्यकाल आगे नहीं बढ़ाया जा सकता है।
World Cup 2023 के बाद Rahul Dravid पर गिर सकती है गाज!
1. बड़े टूर्नामेंट में टीम इंडिया का खराब परफॉर्मेंस
सबसे बड़ा कारण है भारतीय टीम का बड़े टूर्नामेंट में खराब प्रदर्शन। साल 2022 एशिया कप और टी-20 विश्व कप में भारतीय टीम को शर्मनाक हारका सामना करना पड़ा था। ये ऐसे टूर्नामेंट थे जहां भारत को अपनी एक पहचान बनाने और खिलाड़ियों को बूस्ट करने का अच्छा मौका था, लेकिन टीम इंडिया के हाथ सिर्फ निराशा लगी। इस दौरान द्रविड़ (Rahul Dravid) की कोचिंग स्ट्रैटेजी, प्लानिंग को लेकर कई सवाल खड़े होने लगे।
2. युवा खिलाड़ियों को मौका देने की कमी
बता दें कि राहुल द्रविड़ को हेड कोच बनने से पहले हमेशा कहा जाता था कि उनके दिल के दरवाजे युवा खिलाड़ियों के लिए हमेशा खुले रहते है। वह हमेशा युवा खिलाड़ियों की मदद करते है, लेकिन उनके कार्यकाल में ऐसा कुछ देखने को नहीं मिल रहा है।एक कोच होने के नाते उनकी ये सबसे बड़ी ड्यूटी है कि वह युवा टैलेंट को खोजे। खासतौर पर टीम इंडिया में युवाओं की कमी नहीं है। ये समस्या सिर्फ आज की नहीं, बल्कि भविष्य तक के लिए रह जाएगी। युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ, संजू सैमसन जैसे खिलाड़ियों को द्रविड़ कम मौका देते है।