'ऑटो, बस रिक्शा में चढ़ने के लिए...', Yashasvi Jaiswal ने इंग्लैंड के खिलाफ बना डाले 6 स्पेशल Records; बताया सफलता का राज
कभी अपने मुंबई के आजाद मैदान के बाहर पानीपुरी की ठैली पर काम करने वाले जायसवाल की बल्लेबाजी का यश लगातार बढ़ रहा है। राजकोट में रविवार को जायसवाल ने इंग्लैंड के गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। उनकी पारी का आकर्षण जेम्स एंडरसन पर लगाए गए लगातार तीन छक्के थे। उन्होंने अपनी पारी में 12 छक्के लगाकर भारत की तरफ से नया रिकार्ड बनाया
जेएनएन, नई दिल्ली। 12 जुलाई 2023 को वेस्टइंडीज के विरुद्ध पदार्पण करने वाले मुंबई के युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने अपने पहले ही मैच में शतक जड़कर बता दिया था कि ये खिलाड़ी कुछ खास है। इंग्लैंड के विरुद्ध पहले विशाखापत्तनम और अब राजकोट में इस 22 वर्षीय वामहस्त बल्लेबाज ने लगातार दूसरा दोहरा शतक जड़कर कई रिकार्ड को ध्वस्त कर दिया।
जायसवाल ने इंग्लैंड के गेंदबाजों की जमकर की धुनाई
कभी अपने मुंबई के आजाद मैदान के बाहर पानीपुरी की ठैली पर काम करने वाले जायसवाल की बल्लेबाजी का यश लगातार बढ़ रहा है। राजकोट में रविवार को जायसवाल ने इंग्लैंड के गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। उनकी पारी का आकर्षण जेम्स एंडरसन पर लगाए गए लगातार तीन छक्के थे। उन्होंने अपनी पारी में 12 छक्के लगाकर भारत की तरफ से नया रिकार्ड बनाया और वसीम अकरम के 28 साल पहले बनाए गए विश्व रिकार्ड की बराबरी की।
जायसवाल ने अब तक तीन टेस्ट मैच ही खेले
वह विराट कोहली और विनोद कांबली के बाद लगातार दो मैचों में दोहरा शतक लगाने वाले सिर्फ तीसरे भारतीय बल्लेबाज हैं। इतना ही नहीं, जायसवाल ने अब तक तीन टेस्ट मैच ही खेले हैं और 22 छक्के लगाने में सफल हो गए हैं। अभी दो टेस्ट मैच सीरीज में और खेलने हैं। इससे पहले यह रिकार्ड रोहित शर्मा के नाम थे।
रोहित ने एक टेस्ट सीरीज में कुल 19 छक्के लगाए थे। रोहित ने यह कमाल 2019 दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध टेस्ट सीरीज में किया था।
अपने संघर्ष को यशस्वी ने किया याद
अपनी पारी के बाद यशस्वी ने कहा, टेस्ट क्रिकेट कठिन है, लेकिन मैंने सोचा कि जब मैं टीम में हूं तो मुझे अपना 100 प्रतिशत देना होगा। भारत में आपको बस, ट्रेन या आटो में चढ़ने के लिए भी कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। मेरे साथ यह बचपन से होता आ रहा है। इससे मुझे मेहनत करने की मानसिकता पाने में बहुत मदद मिली है।
राजकोट में शनिवार को कमर में दर्द के कारण यशस्वी को रिटायर्ड हर्ट होना पड़ा था। यशस्वी ने कहा, मैं बाहर नहीं जाना चाहता था लेकिन दर्द काफी बढ़ गया था इसलिए मैं बाहर चला गया। आज जब मैं आया तो मैं यह सुनिश्चित करना चाहता था कि मैं खेल को आगे ले जाऊं और अंत तक बल्लेबाजी करूं।ययशस्वी की पारी पर राजस्थान रायल्स में गेंदबाजी कोच रहे श्रीलंका के पूर्व तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा ने कहा, राजस्थान के समय मैं जायसवाल की खेल के प्रति प्रतिबद्धता से प्रभावित था। मैंने अपने करियर के दौरान केवल कुछ ही युवाओं में यह समर्पण देखा है। यह लड़का विशेष है।