Exclusive Lara: ब्रायन लारा ने दिया टीम इंडिया को खास सुझाव, कहा- विराट वर्ल्ड कप में चार नंबर तो सूर्या करें तीन पर बल्लेबाजी
वेस्टइंडीज के महान क्रिकेटर ब्रायन लारा वर्ल्ड के सबसे महान बल्लेबाजों की सूची में शामिल हैं। लारा ने दो सालों के बाद आईपीएल के वर्तमान सीजन में स्टार स्पोर्ट्स में कमेंटेटर के तौर पर वापसी की है। आईपीएल में पिछले साल शुरू हुए विवादित इंपैक्ट प्लेयर नियम को लेकर उनका मानना है कि टीमों को एक के स्थान पर दो इंपैक्ट प्लेयर उतारने का प्रविधान होना चाहिए।
अभिषेक त्रिपाठी, नई दिल्ली। वेस्टइंडीज के महान क्रिकेटर ब्रायन लारा वर्ल्ड के सबसे महान बल्लेबाजों की सूची में शामिल हैं। लारा ने दो सालों के बाद आईपीएल के वर्तमान सीजन में स्टार स्पोर्ट्स में कमेंटेटर के तौर पर वापसी की है। आईपीएल में पिछले साल शुरू हुए विवादित 'इंपैक्ट प्लेयर' नियम को लेकर उनका मानना है कि टीमों को एक के स्थान पर दो 'इंपैक्ट प्लेयर' उतारने का प्रविधान होना चाहिए।
उन्होंने इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी लागू करने की वकालत की है। साथ ही उन्होंने आगामी टी20 वर्ल्ड कप को लेकर भारतीय बल्लेबाजी क्रम में विराट कोहली को नंबर चार और सूर्यकुमार यादव को नंबर तीन पर उतारने की बात कही। आईपीएल के वर्तमान सत्र, खिलाड़ियों की फार्म और कमेंट्री में वापसी को लेकर अभिषेक त्रिपाठी ने ब्रायन लारा से विशेष बातचीत की, पेश हैं मुख्य अंश...
यह कई मायनों में अनोखा आईपीएल रहा है। आजकल तो ऐसा लगता है कि टी20 में 260 रन भी सुरक्षित स्कोर नहीं हैं। क्या क्रिकेट बेसबॉल का दूसरा संस्करण बनता जा रहा है?
-मैंने बेसबॉल बहुत देखा है। मेरे पूरे जीवन में जितना बेसबॉल मैंने देखा है उसके हिसाब से मैं बता सकता हूं कि कहीं से भी यहां हुआ कोई भी मैच बेसबॉल के आसपास भी नहीं है। मैं बेसबॉल के होम रन को बहुत याद करता हूं। मुझे नहीं पता कि क्यों इसकी तुलना बेसबॉल से की जा रही है। मेरी प्रबल इच्छा है कि मैं कुछ अमेरिकी लोगों को बैठाऊं और टी-20 मैच देखना सिखाऊं ताकि वह भी इसका आनंद ले सकें। मुझे नहीं लगता है कि क्रिकेट बेसबॉल का नया वर्जन बन रहा है। मुझे लगता है कि क्रिकेट बहुत रोचक हो रहा है। मुझे आशा है कि क्रिकेट को लोग और समझें। बहुत सारे लोग 260 और 270 रन बन रहे हैं तो उसका आनंद ले रहे हैं। बल्लेबाजों का हावी होना उन्हें अच्छा लगता है, लेकिन गेंद और बल्ले के बीच एक कड़ी प्रतिस्पर्धा की इससे कोई तुलना ही नहीं है। जब आप देखते हैं कि एक अच्छा बल्लेबाज, एक अच्छे गेंदबाज का सामना करता है और कोई एक उसमें हावी होता है। खेल में प्रतिस्पर्धा हमेशा होनी ही चाहिए। मैं आशा करता हूं कि आगे हमें यह देखने को मिलेगा क्योंकि 260 या 270 रन बहुत अधिक होते हैं। कभी-कभी साधारण गेंदबाजी के कारण भी इतने रन बनते हैं। इसे समझा जा सकता है, परंतु खेल में प्रतिस्पर्धा होनी ही चाहिए।आईपीएल के विवादास्पद 'इंपैक्ट प्लेयर' नियम पर आपकी क्या राय है?
-मैंने कई बार इसके बारे में बात की है। मेरी राय इसको लेकर थोड़ी अलग है। मेरे अनुसार एक के स्थान पर दो 'इंपैक्ट प्लेयर' लेने का नियम होना चाहिए। मुझे लगता है कि आजकल बहुत सारी टीमें जब दबाव में आती हैं और बल्लेबाज को उतारती हैं और अगर वह बिना कोई प्रभाव डाले आउट हो जाता है तो टीम गेंदबाज का प्रयोग नहीं कर पाती है। मैंने यह समस्या ब्रेविस के साथ देखी है। आजकल कई मैचों में भी मैंने ऐसा होते देखा है कि बल्लेबाज इंपैक्ट प्लेयर के रूप में आया और वह कोई विशेष योगदान नहीं दे सका। क्रिकेट में 'इंपैक्ट प्लेयर' की तरह फुटबॉल में 'सब्सटीट्यूट' आता है जो 78वें मिनट में आता है। वह पूरा तरोताजा होता है और खेल में नई ऊर्जा का संचार कर देता है तो क्यों नहीं इस नियम को पूरा अच्छे से लागू करें। ताकि वह जब चाहें इसका प्रयोग कर सकें। अगर उन्हें बल्लेबाज के स्थान पर दो गेंदबाज चाहिए तो उन्हें गेंदबाज मिले। अगर आपके पास दो 'इंपैक्ट प्लेयर' होंगे तो अगर आप बल्लेबाजी में संघर्ष कर रहे हैं तो आप दो बल्लेबाजों का प्रयोग कर सकते हैं। अगर आपके पास दो इंपैक्ट प्लेयर होंगे और आपको बल्लेबाजी में संघर्ष नहीं करनी पड़ी है तो आप अपनी गेंदबाजी आक्रमण को मजबूत करने में इसका प्रयोग कर सकेंगे। मुझे यह नियम बहुत पसंद है, हालांकि कई लोगों को यह नियम पसंद नहीं है। मुझे लगता है कि यह खेल में एक नया आयाम लेकर आता है।
क्या आप इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चाहते हैं, या नहीं?
-हां, क्यों नहीं। मुझे लगता है कि यह कई खिलाड़ियों को खेलने का अवसर प्रदान करता है। आप क्रिकेट में कई खिलाड़ियों को खेलते देखना चाहते हो यही कारण है कि मुझे यह लगता है कि इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी लागू करना चाहिए। इसमें एक बुराई यही है कि कभी-कभी यह आलराउंडर को सीधे रूप से प्रभावित करती है। जैसे कि शिवम दुबे जो शायद ही अब गेंदबाजी करते हैं एक साधारण मैच में आप उनसे गेंदबाजी कराएंगे। वहां आप केवल 11 खिलाड़ी ही खिला सकते हो इसलिए आपको उनसे गेंदबाजी करानी ही होगी। इस नियम ने उनके लिए अवश्य परेशानी बढ़ा दी है, परंतु यह खेल 40 ओवर का है। इसे लागू करने से मैच और अधिक रोमांचक ही होंगे।इस सत्र में किस आइपीएल टीम ने आपको सबसे अधिक प्रभावित किया है और क्यों?
- प्रदर्शन के अनुसार अगर बात करूं तो राजस्थान रायल्स एक ऐसी टीम है जो हर क्षेत्र में मजबूत है। चाहे वो शीर्षक्रम बल्लेबाजी हो, मध्यक्रम बल्लेबाजी, पावर हिटिंग हो, तेज गेंदबाजी हो या स्पिन गेंदबाजी हर क्षेत्र में उनके खिलाड़ी अच्छा कर रहे हैं। पिछले दो-तीन वर्षों में इस टीम ने मुझे बहुत प्रभावित किया है। मुझे लगता है कि यह वर्ष उनका हो सकता है। हालांकि, जब आप प्लेऑफ में पहुंचते हो तो एक खराब प्रदर्शन आपके कप जीतने के सपने पर भारी पड़ सकता है। मैं यह नहीं कहूंगा कि वह कप जीत जाएंगे, हां परंतु उन्होंने मुझे बहुत प्रभावित किया है।