अमेरिका में क्रिकेट को बढ़ावा देने से वेस्टइंडीज का नुकसान : सरवन
वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान रामनरेश सरवन का कहना है कि आईसीसी का अमेरिका में क्रिकेट को बढ़ावा देना सराहनीय कदम है लेकिन इसका नुकसान वेस्टइंडीज को हो रहा। जहां तक अमेरिका में क्रिकेट के भविष्य की बात है तो वहां मेजर लीग क्रिकेट समेत कई लीग खेली जा रही हैं। उसके बाद आईसीसी का अमेरिका में क्रिकेट को बढ़ावा देना भी इसी दिशा में एक कदम माना जा सकता है।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान रामनरेश सरवन का कहना है कि आईसीसी का अमेरिका में क्रिकेट को बढ़ावा देना सराहनीय कदम है, लेकिन इसका बड़ा नुकसान वेस्टइंडीज क्रिकेट को हो रहा है। यहां के बहुत खिलाड़ी पलायन कर अमेरिका में लीग क्रिकेट खेल रहे हैं। सरवन का कहना है कि अगर वेस्टइंडीज में फिर से टेस्ट क्रिकेट को जीवित करना है तो हमें ब्रिसबेन की तरह कई टेस्ट मैच जीतने होंगे। रामनरेश सरवन से अभिषेक त्रिपाठी ने विशेष बातचीत की। पेश हैं प्रमुख अंश:
टी-20 विश्व कप अमेरिका के साथ वेस्टइंडीज की सहमेजबानी में हो रहा है। आप खुद विश्व कप को ट्रैक कर रहे हो तो यहां इसको लेकर कैसा माहौल रहा?जहां तक मैंने देखा है तो शुरुआत में विश्व कप मैचों को लेकर ज्यादा उत्साह नहीं था, लेकिन जैसे-जैसे टूर्नामेंट आगे बढ़ा इसको लेकर लोगों में गजब का उत्साह था। विशेष रूप से गुयाना में जितने भी मैच हुए उनमें काफी संख्या में लोग पहुंचे। भारत के लिए काफी प्रशंसक यहां आए हैं।
अमेरिका में क्रिकेट को प्रोत्साहन देने की आईसीसी की पूरी रणनीति को आप कैसे देख रहे हैं?जहां तक अमेरिका में क्रिकेट के भविष्य की बात है तो वहां मेजर लीग क्रिकेट समेत कई लीग खेली जा रही हैं। उसके बाद आईसीसी का अमेरिका में क्रिकेट को बढ़ावा देना भी इसी दिशा में एक कदम माना जा सकता है। हालांकि अभी लंबा रास्ता तय करना है, लेकिन यह काफी अच्छा और सराहनीय कदम है।
लेकिन इसका बड़ा नुकसान कैरेबियाई क्रिकेट को हो रहा है। यहां खिलाड़ियों का अब बड़ा पूल नहीं है और कई खिलाड़ी अमेरिका पलायन कर चुके हैं और वहां जाकर लीग क्रिकेट खेल रहे हैं। टी-20 क्रिकेट की अप्रत्याशित वृद्धि और खिलाडि़यों की सबसे छोटे प्रारूप के प्रति पसंद ने वेस्टइंडीज में लाल गेंद वाले क्रिकेट को पीछे धकेल दिया है।ये भी पढ़ें: IND vs ENG: विराट कोहली के साथ पहली बार हुआ ऐसा, इंग्लैंड के सामने किंग की एक न चली, तोड़ दी करोड़ों उम्मीदें
अगर हम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की तालिका को देखें तो वेस्टइंडीज का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। घर पर उसने मैच हारे हैं, इस पर आप क्या कहेंगे?सच कहूं तो टेस्ट क्रिकेट बहुत निचले स्तर पर है। हमने कुछ ही अवसर पर टेस्ट मैच जीत हैं। कैरेबियाई देशों में हम जो खेल फिर से खेल रहे हैं, मुझे नहीं लगता कि यह हमारे खिलाड़ियों को विकसित करने के लिए पर्याप्त है। वेस्टइंडीज की टी-20 लीग से भी यहां क्रिकेट को कुछ ज्यादा लाभ होता नहीं दिख रहा है।
स्थानीय टूर्नामेंट में अच्छे खिलाड़ी नहीं है। मुझे लगता है कि हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती इस क्षेत्र में सुविधाएं उपलब्ध कराना है। मुझे लगता है कि विंडीज क्रिकेट बोर्ड इस पर काम कर रहा है। सरकार भी इसमें साथ दे रही है, इसलिए देखते हैं क्या होता है।क्या आपको लगता है कि इस वर्ष ब्रिसबेन टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध जिस तरह शेमार जोसेफ ने गेंदबाजी की थी और विंडीज ने मैच जीता था। इस तरह के प्रदर्शन कैरेबियाई टेस्ट क्रिकेट में फिर जान फूंक सकते हैं?
ब्रिसबेन में मिली जीत सभी को उत्साहित करने वाली थी, विशेष तौर पर यहां गुयाना में इसको लेकर काफी उत्साह था। शेमार ने काफी अच्छी गेंदबाजी की और वह जीत काफी जरूरी थी लेकिन इस तरह का प्रदर्शन आपको लंबे समय तक करना पड़ेगा, तभी आप वेस्टइंडीज के टेस्ट क्रिकेट को फिर से पुनर्जीवित होते देख पाएंगे। अभी यह संभव होता दिखता नहीं है, लेकिन फिर भी आशावादी हूं क्योंकि वेस्टइंडीज के पास बहुत प्रतिभा है।
आप भारतीय क्रिकेट को काफी फॉलो करते हैं। इस वर्ष भारत को आस्ट्रेलिया में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है। इस पर आप क्या कहेंगे?अब भारतीय टीम की स्थिति 20 या 25 वर्ष पहले की तरह नहीं, जहां आपके पास तेज गेंदबाजों की कमी थी। पहले ऑस्ट्रेलिया में हरी पिच पर उनके गेंदबाजों को खेलना काफी मुश्किल होता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है। अब वहां भी सपाट पिचें देखने को मिलती हैं। ऐसे में परिस्थितियां ज्यादा कुछ अलग नहीं होंगी। भारत पहले भी ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में हरा चुका है। कुल मिलकर यह एक रोमांचक सीरीज होगी।
लोग कहते हैं कि अगर भारत क्रिकेट में अच्छा करेगा तो यह विश्व क्रिकेट के लिए अच्छा होगा। इस पर आप क्या कहेंगे?मुझे लगता है कि भारत में क्रिकेट का बाजार बहुत बड़ा है। बीसीसीआई सबसे धनी क्रिकेट बोर्ड है और विश्व क्रिकेट को सबसे ज्यादा धन भी वहीं से मिलता है लेकिन इसके साथ ही हमें उन देशों में भी क्रिकेट को बढ़ावा देना चाहिए जो वित्तीय रूप से कमजोर हैं क्योंकि अगर केवल दो या तीन टीम ही को आप देखते हैं तो इसका विश्व क्रिकेट में कोई मतलब नहीं रही। इसका सीधा असर टूर्नामेंट में क्रिकेट के स्तर पर पड़ेगा। लिहाजा यह जरूरी है कि आप इसका उपयोग सही दिशा में करें।
क्या आप बल्लेबाजी सलाहकार के रूप में भारतीय टीम के साथ काम करना पसंद करेंगे?नहीं, फिलहाल तो मैं अपने परिवार के साथ ही बहुत व्यस्त हूं। अभी मैं अपने व्यवसाय पर पूरा ध्यान दे रहा हूं। हालांकि अगर कोई संभावना बनती है तो मैं इस पर विचार करूंगा।एक कप्तान और नेतृत्वकर्ता के रूप में आप रोहित शर्मा को कैसे देखते हैं?मुझे लगता है कि रोहित और क्रिस गेल में काफी समानता है। दोनों शांत भी हैं, लेकिन अपनी लीडरशिप को लेकर एकदम स्पष्ट हैं। रोहित अपनी टीम को पहले रखते हैं, जो उनकी विशेषता है। वहीं अपने बल्लेबाजी से वह उदाहरण सेट करते हैं।
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