Ind vs NZ T20: 'जो कुछ सीखा बस धोनी भाई से...', Suryakumar Yadav ने खोला मैच में अपने शांत स्वभाव का राज
T20 Ind vs NZ Suryakumar yadav on MS Dhoni भारतीय टीम के मिस्टर 360 डिग्री नाम से जाने और पहचाने वाले सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) ने न्यूजीलैंड (IND vs NZ 3rd T20) के खिलाफ तीन मैचों की टी-20 के आखिरी मुकाबले से पहले प्रेस कॉन्फेंस में पहुंचे।
By Jagran NewsEdited By: Priyanka JoshiUpdated: Wed, 01 Feb 2023 01:50 PM (IST)
नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। Suryakumar Yadav On MS Dhoni। भारतीय टीम के मिस्टर 360 डिग्री नाम से जाने और पहचाने वाले सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) ने न्यूजीलैंड (IND vs NZ 3rd T20) के खिलाफ तीन मैचों की टी-20 के आखिरी मुकाबले से पहले प्रेस कॉन्फेंस में पहुंचे। इस दौरान सूर्या से जब मैच फिनिशर को लेकर एक सवाल किया गया, तो इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहीं-न-कहीं पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) का रेफ्रेंस देते हुए बयान दिया। उनका ये जवाब अब तेजी से वायरल हो रहा है। आइये इस आर्टिकल के जरिए जानते है सूर्या ने धोनी को लेकर क्या कहा?
Suryakumar Yadav को आई पूर्व भारतीय कप्तान MS Dhoni की याद
दरअसल, भारत और न्यूजीलैंड (IND vs NZ) के बीच आज यानी 1 फरवरी को तीन मैचों की टी-20 सीरीज का आखिरी और निर्णायक मुकाबला अहमदाबाद के नरेंद्र सिंह मोदी स्टेडियम में खेला जाना है। बता दें कि इस सीरीज के पहले मैच में न्यूजीलैंड ने 21 रनों से जीत दर्ज की थी, वहीं दूसरे मुकाबले में भारत ने शानदार वापसी की थी, जिसमें आखिरी ओवर की पांचवी गेंद पर सूर्या ने विनिंग चौका लगाया था।
इस बीच तीसरे टी-20 मैच से पहले सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) ने प्रेस कॉन्फेंस के दौरा पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का जिक्र किया। दरअसल, सूर्या से रिपोर्ट्र ने यह सवाल किया कि कैसे लक्ष्य का पीछा करते हुए वह प्रेशर सिचुएशन में खुद को शांत रखते है? तो इसका जवाब देते हुए सूर्या ने कहा,
बता दें कि सूर्या के इस बयान से फैंस को महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की याद आ गई है, जो मुश्किल और हाई प्रेशर मैच में भारत के लिए मैच विनिर बनकर नजर आते थे और भारत को जीत दिलाने का काम करते थे। ऐसे में सूर्या ने इशारों में धोनी से शांत रहने की सीख को लेकर बयान दिया है।''टी-20 रांची में चालू हुआ, तो शांत एटिटयूड उधर से ही आया। लेकिन, मउझे लगता है कि इंटरनेशन डेब्यू से पहले काफी ज्यादा डोमेस्टिक क्रिकेट खेलने का मुझे फायदा मिला है। क्योंकि डोमेसटिक क्रिकेट में हम मुश्किल विकेट पर चुनौतीपूर्ण परिस्थियों में खेलते हैं, तो मैंने वहां से बहुत कुछ सीखा है। साथ ही मुझे अपने सीनियर खिलाड़ियों से मुश्किल स्थिति में कैसे रहना है वह सीखने को मिला। ''