Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

MS Dhoni को हेलमेट पर मुक्का मारते देख दंग रह गए थे Hussey, CSK के बल्लेबाजी कोच ने किया बड़ा खुलासा

आखिरी ओवर में जीत के लिए 16 रनों की जरूरत थी। धोनी और सीएसके पर मैच जीतने और प्वाइंट्स टेबल में टॉप चार में जगह बनाने का भारी दबाव था। इरफान पठान के ओवर की पहली गेंद पर धोनी ने यॉर्कर गेंद पर लॉन्ग ऑफ क्षेत्र से चौका लगाया। दूसरी गेंद पर धोनी ने सिंगल लिया और लक्ष्य को 4 गेंद पर 10 रन तक पहुंचा दिया।

By Umesh Kumar Edited By: Umesh Kumar Updated: Fri, 12 Apr 2024 06:27 PM (IST)
Hero Image
आईपीएल के दौरान हेलमेट पर मुक्का मारते हुए एमएस धोनी। फाइल फोटो

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। सीएसके के बल्लेबाजी कोच माइकल हसी ने एक पुरानी घटना को याद किया, जब एमएस धोनी ने आईपीएल 2010 में पंजाब के खिलाफ अपनी मैच जिताऊ पारी के बाद जमकर जश्न मनाया था। प्लेऑफ में जगह बनाने के लिए सीएसके को जीत जरूरी थी। धर्मशाला में खेले गए मैच में धोनी ने सीएसके को पंजाब के खिलाफ 6 विकेट जीत दिलाई थी।

दरअसल, आखिरी ओवर में जीत के लिए 16 रनों की जरूरत थी। धोनी और सीएसके पर मैच जीतने और प्वाइंट्स टेबल में टॉप चार में जगह बनाने का भारी दबाव था। इरफान पठान के ओवर की पहली गेंद पर धोनी ने यॉर्कर गेंद पर लॉन्ग ऑफ क्षेत्र से चौका लगाया। दूसरी गेंद पर धोनी ने सिंगल लिया और लक्ष्य को 4 गेंद पर 10 रन तक पहुंचा दिया। आखिरी की दो गेंद पर दो लगातार सिक्स लगाकर मैच जीता था।

अश्विन के साथ बातचीत के दौरान किया खुलासा

हसी ने आर अश्विन के यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए मैच जीतने के बाद धोनी के सेलिब्रेशन को याद किया। माइकल हसी ने कहा कि उस पल को जीने के लिए मैं खुद को भाग्यशाली समझता हूं। वह पल भावनात्मक था। हसी ने कहा कि इसके बाद हमने टूर्नामेंट का खिताब जीता।

यह भी पढे़ं- ऑस्ट्रेलिया की यह लेस्बियन क्रिकेटर 'पत्नी' संग हुई रोमांटिक, खास मौके पर कपल ने एक दूसरे पर जमकर लुटाया प्यार

धोनी ने बदल दिया मैच

हसी ने कहा, मुझे वह मैच अच्छी तरह याद है। मैच से पहले हम प्वाइंट्स टेबल में पांचवें स्थान पर थे। हमें प्लेऑफ में जाने के लिए चौथे स्थान बनाने के लिए वह आखिरी मैच जीतना जरूरी था और हम मैच में संघर्ष कर रहे थे। एमएस धोनी आए और मैच जीतने के लिए 20 गेंद पर 50 रन बनाए।

उस पल का बना था मैं गवाह

हसी ने आगे कहा, निश्चित रूप से यह संभवतः सबसे भावनात्मक पलो में से एक है जो मैंने उससे देखा है। जब उन्होंने दूसरी गेंद पर छक्का लगाया तो वह उत्साह से अपने हेलमेट पर मुक्का मार रहे थे। यह एक अद्भुत एहसास था। बस वहां मौजूद रहने और इसका गवाह बनने में सक्षम होना।

यह भी पढे़ं- MI vs RCB: पांच विकेट लेने के बाद जसप्रीत बुमराह ने खोला सफलता का राज, युवा गेंदबाजों को दिया गुरुमंत्र