IND vs SA: रोहित शर्मा की कप्तानी में T20 World Cup चैंपियन बना भारत, 17 साल का खिताबी सूखा समाप्त; चूर-चूर हुए साउथ अफ्रीकी अरमान
भारत ने पहली बार साल 2007 में ये ट्रॉफी जीती थी। इसी के साथ भारत तीसरी टीम बन गई है जिसने टी20 का खिताब दूसरी बार जीता है। उसे पहले इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के काम कर चुके हैं। भारत ने साल 2013 से चले आ रहे आईसीसी ट्रॉफी के सूखे और 17 साल से चले आ रेह टी20 वर्ल्ड कप के सूखे को खत्म कर दिया।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। जिस चमचमाती ट्रॉफी का इंतजार पूरा हिन्दुस्तान सालों से कर रहा था वो भारत के हिस्से आ चुकी है। भारत ने शनिवार को केनसिंग्टन ओवल में खेले गए टी20 वर्ल्ड कप-2024 के फाइनल में साउथ अफ्रीका को सात रनों से हरा खिताब अपने नाम कर लिया। फाइनल मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी की और सात विकेट खोकर 176 रन बनाए। अपना पहला फाइनल मैच खेल रही साउथ अफ्रीका की टीम ने काफी लड़ाई लड़ी लेकिन ये टीम 20 ओवरों में 169 रन ही बना सकी और खिताब से महरूम रह गई।
भारत दूसरी बार टी20 वर्ल्ड कप का चैंपियन बना है। भारत ने पहली बार साल 2007 में ये ट्रॉफी जीती थी। इसी के साथ भारत तीसरी टीम बन गई है जिसने टी20 का खिताब दूसरी बार जीता है। उससे पहले इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के काम कर चुके हैं। भारत ने साल 2013 से चले आ रहे आईसीसी ट्रॉफी के सूखे और 17 साल से चले आ रहे टी20 वर्ल्ड कप के सूखे को खत्म कर दिया।यह भी पढ़ें- Virat Kohli इस मामले में T20 World Cup में बन गए नंबर-1, क्रिस गेल और जोस बटलर जैसे धाकड़ खिलाड़ी छूटे पीछे
भारत की बेहतरीन शुरुआत
177 रनों के टारगेट का पीछा करने उतरी साउथ अफ्रीका टीम को भारत ने अच्छी शुरुआत नहीं करने दी। दूसरे ओवर की तीसरी गेंद पर जसप्रीत बुमराह ने रीजा हैंड्रिक्स को बोल्ड कर दिया। तीसरे ओवर में अर्शदीप ने साउथ अफ्रीकी कप्तान एडेन मार्करम को ऋषभ पंत के हाथों कैच कराया। वह चार रन बनाकर आउट हो गए। इस बीच क्विंटन डीकॉक ने विकेट पर पैर जमा लिए थे। ट्रिस्टन स्टब्स ने उनका साथ दिया। स्टब्स ने हालांकि अपनी ही गलती से विकेट खो दिया। वह अक्षर पटेल की गेंद पर ऑफ स्टंप के बाहर जाकर मारना चाहते थे लेकिन चूक गए और बोल्ड हो गए। स्टब्स ने 31 रन बनाए।
डीकॉक और क्लासेन का प्रहार
स्टब्स के जाने का डीकॉक पर असर नहीं पड़ा और वह तूफानी अंदाज में रन बनाते रहे। हेनरिक क्लासेन ने अपने चिर-परिचित अंदाज में लंबे शॉट्स लगाने शुरू किए। डीकॉक खतरनाक होते दिख रहे थे। दोनों बल्लेबाज स्पिनरों को अच्छे से खेल रहे थे, इसलिए रोहित ने अर्शदीप सिंह को वापस बुलाया। रोहित का ये दांव चल गया है और 13वें ओवर की तीसरी गेंद पर डीकॉक डीप स्क्वायर लेग पर कुलदीप यादव को कैच दे बैठे। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने 31 गेंदों पर चार चौके और एक छक्के की मदद से 39 रन बना।अक्षर पटेल द्वारा फेंके गए 15वें ओवर में क्लासेन ने 24 रन बटोरे और यहां से मैच भारत की झोली से बाहर जाता दिख रहा था। 16वें ओवर में रोहित ने बुमराह को वापस बुलाया। बुमराह ने सिर्फ चार रन दिए और भारत को मैच में वापसी के रास्ते पर ला दिया। हार्दिक पांड्या ने क्लासेन को 17वें ओवर की पहली गेंद पर आउट कर मैच भारत की तरफ कर दिया।