Ranji Trophy 2024: विदर्भ ने मध्य प्रदेश को रौंदकर फाइनल का कटाया टिकट, अब मुंबई से होगी खिताबी भिड़ंत
रणजी ट्रॉफी 2024 (Ranji Trophy 2024) के पहले सेमीफाइनल में विदर्भ का सामना मध्य प्रदेश टीम से हुआ। 6 मार्च को पहले सेमीफाइनल के आखिरी दिन के खेल में विदर्भ ने मध्य प्रदेश को 62 रन से मात देकर रणजी ट्रॉफी 2024 के फाइनल में प्रवेश किया। अब रणजी ट्रॉफी 2024 के फाइनल मैच में विदर्भ का सामना मुंबई से होना है।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। रणजी ट्रॉफी 2024 (Ranji Trophy 2024) के पहले सेमीफाइनल में विदर्भ का सामना मध्य प्रदेश टीम से हुआ। 6 मार्च को पहले सेमीफाइनल के आखिरी दिन के खेल में विदर्भ ने मध्य प्रदेश को 62 रन से मात देकर रणजी ट्रॉफी 2024 के फाइनल में प्रवेश किया।
मैच के आखिरी दिन मध्य प्रदेश (Vidarbha vs Madhya Pradesh) को जीत के लिए 93 रनों की दरकार थी, लेकिन विदर्भ टीम के गेंदबाजों ने कमाल का प्रदर्शन दिखाते हुए मध्य प्रदेश को 258 रन पर ही ढेर कर दिया। इस तरह विदर्भ ने 62 रन से जीत हासिल कर फाइनल में एंट्री की। अब विदर्भ का सामना मुंबई से रणजी ट्रॉफी 2024 (Ranji Trophy Final) के फाइनल में होना है।
Vidarbha vs Madhya Pradesh: विदर्भ ने फाइनल में किया प्रवेश, मध्य प्रदेश को 62 रन से दी मात
रणजी ट्रॉफी 2024 (Ranji Trophy 2024 1st Semi Final) का पहला सेमीफाइनल काफी रोमांचक रहा। जहां विदर्भ ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला किया। पहले बैटिंग करते हुए पहली पारी में विदर्भ की टीम 170 रन पर ऑलआउट हो गई थी।इसके बाद मध्य प्रदेश ने पहली पारी में 252 रन बनाकर बढ़त हासिल की। दूसरी पारी में विदर्भ ने यश राठौर (Yash Rathore) की 141 रन की आतिशी पारी और अक्षय के 77 रन के दम पर मैच में वापसी की और दूसरी पारी में 402 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया। इस तरह मध्य प्रदेश को 321 रन का लक्ष्य मिला। मध्य प्रदेश ने दूसरी पारी में 22 रन के स्कोर पर ही अपना पहला विकेट गंवा दिया था।यह भी पढ़ें: WPL 2024 Points Table: दिल्ली कैपिटल्स ने मुंबई को रौंदकर अपना हिसाब किया चुकता, प्वाइंट्स टेबल का ये है ताजा हाल
इसके बाद यश दुबे ने टीम की पारी को संभालने की जिम्मेदारी उठाई और 212 गेंदों का सामना करते हुए 94 रन बनाए। वह अपने शतक जड़ने से सिर्फ 6 रन से चूक गए। उन्होंने हर्ष गावली के साथ मिलकर शतकीय साझेदारी भी की। हर्ष के बल्ले से 80 गेंदों पर 67 रन निकले, जिसमें 11 चौके शामिल रहे। चौथे दिन के खेल तक ही यश अपना विकेट गंवा बैठे थे। इसके बाद आखिरी दिन के खेल में आदित्य ठाकरे ने कमाल की गेंदबाजी कर कुमार और अनुभव को बिना खाता खोले ही बोल्ड किया। आवेश खान 8 रन बनाकर नाबाद रहे।