PM को मिले उपहार खरीदने का मौका, नीलामी में शामिल होने के लिए करना होगा ये काम; 64 लाख रुपये तक के हैं गिफ्ट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिले उपहारों की ई नीलामी का पांचवां संस्करण है। इसमें कुल 912 उपहारों को रखा गया है। इस ई-नीलामी की उत्कृष्ट कलाकृतियों में मोढेरा सूर्य मंदिर और चित्तौड़गढ़ के विजय स्तंभ जैसे वास्तुशिल्प चमत्कारों की प्रतिकृतियां शामिल हैं। अब तक चार संस्करणों में करीब सात हजार उपहार लोग खरीद चुके हैं। ई नीलामी से 33 करोड़ रुपये अब तक जुटाए गए हैं।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। 100 रुपये से 64 लाख कीमत में खरीदने का मौका होगा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिले उपहार। यह उपहार बिक्री किए आज से उपलब्ध होंगे।
यह जा जानकारी देते हुए संस्कृति मंत्री मीनाक्षी लेखी ने बताया कि प्रधानमंत्री को मिले उपहारों की ई नीलामी का पांचवां संस्करण है। इसमें कुल 912 उपहारों को रखा गया है, जो पीएम को देश विदेश में दौरों के दौरान मिले हैं। नीलामी से मिले धन का इस्तेमाल नमामि गंगे में होगा।
उन्होंने कहा कि संस्कृति मंत्रालय को प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्राप्त उपहारों और स्मृति चिह्नों की शानदार श्रृंखला को प्रदर्शित करने वाले एक ई-नीलामी कार्यक्रम की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है।
इस ई-नीलामी में क्या-क्या होगा?
इस ई-नीलामी में हमारी समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करने वाली कलाकृतियों का एक असाधारण संग्रह है। ई-नीलामी 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर, 2023 तक https://pmmementos.gov.in/ पर लाइव रहेगी।उन्होंने कहा कि ई-नीलामी के लिए उपलब्ध स्मृति चिन्हों का विविध संग्रह पारंपरिक कला रूपों की एक शानदार श्रृंखला को प्रदर्शित करता है, जिसमें पेंटिंग, जटिल मूर्तियां, स्वदेशी हस्तशिल्प और आकर्षक लोक और आदिवासी कलाकृतियां शामिल हैं।
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इन वस्तुओं में से, कुछ को पारंपरिक रूप से सम्मान और श्रद्धा के प्रतीक के रूप में प्रदान किया जाता है, जिनमें पारंपरिक अंगवस्त्रम, शॉल, टोपी और औपचारिक तलवारें शामिल हैं।इस ई-नीलामी की उत्कृष्ट कलाकृतियों में मोढेरा सूर्य मंदिर और चित्तौड़गढ़ के विजय स्तंभ जैसे वास्तुशिल्प चमत्कारों की प्रतिकृतियां शामिल हैं।
चंबा रुमाल, पट्टचित्रा, ढोकरा कला, गोंड कला और मधुबनी कला जैसे उल्लेखनीय टुकड़े स्थायी और गहन सांस्कृतिक सार को प्रतिबिंबित करते हैं, जो विविध समुदायों के मूर्त और अमूर्त दोनों पहलुओं को समाहित करते हैं।यह आगामी ई-नीलामी सफल नीलामियों की श्रृंखला में पांचवें संस्करण को चिह्नित करती है, जिनमें से पहला जनवरी 2019 में हुआ था। पिछले संस्करणों के अनुरूप, इस ई-नीलामी से प्राप्त आय को एक नेक काम के लिए निर्देशित किया जाएगा, विशेष रूप से नमामि गंगे कार्यक्रम के लिए।
केंद्र सरकार की यह प्रमुख पहल हमारी राष्ट्रीय नदी, गंगा के संरक्षण और पुनर्स्थापन और इसके नाजुक पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ाने के लिए समर्पित है। इस नीलामी के माध्यम से उत्पन्न धनराशि इस नेक कार्य में योगदान देगी, जिससे इस अमूल्य राष्ट्रीय संपत्ति की सुरक्षा के प्रति हमारी अटूट प्रतिबद्धता मजबूत होगी।
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