बुद्धिजीवियों ने चार वर्षीय पाठ्यक्रम का विरोध किया
By Edited By: Updated: Sun, 26 May 2013 01:04 AM (IST)
जासं, नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय में चार वर्षीय अंडर ग्रेजुएट प्रोग्राम को लेकर विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुद्धिजीवियों ने संयुक्त वक्तव्य जारी कर राष्ट्रपति से हस्तक्षेप की मांग की है। इन बुद्धिजीवियों में यूजीसी के पूर्व चेयरमैन प्रो. यशपाल, प्रो. यूआर अनंतकृष्णमूर्ति, इतिहासकार रोमिला थापर, आलोचक नामवर सिंह और ललित कला अकादमी के पूर्व अध्यक्ष अशोक वाजपेयी शामिल हैं। अशोक वाजपेयी ने बताया कि चार वर्षीय अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम के विरोध के पीछे मुख्य कारण नेशनल एजुकेशन पालिसी का उल्लंघन है। उन्होंने बताया कि इसमें विश्वविद्यालय के शिक्षकों की भी सहमति नहीं है। बुद्धिजीवियों ने इस मामले में सरकार और राष्ट्रपति से तुरंत हस्तक्षेप की मांग की।
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