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दिल्ली और गाजियाबाद से शुरू होगा एप आधारित कूड़ा कलेक्शन, जानें- खासियत

प्रत्येक घर का एक यूनिक कोड होगा, जो क्यूआर कोड के रूप में दरवाजे के बाहर चस्पा किया जाएगा। कूड़ा उठाने के बाद कर्मचारी उस क्यूआर कोड को स्कैन करेगा।

By Amit MishraEdited By: Updated: Sat, 31 Mar 2018 08:45 AM (IST)
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दिल्ली और गाजियाबाद से शुरू होगा एप आधारित कूड़ा कलेक्शन, जानें- खासियत

गाजियाबाद [आशीष गुप्ता]। देश में एप आधारित कूड़ा कलेक्शन राजधानी दिल्ली के प्रीत विहार और गाजियाबाद के राजनगर वार्ड से शुरू होगा। शहरी विकास मंत्रालय ने नई शुरुआत के लिए दोनों जगहों का चयन किया है। यहां सब ठीक रहा तो देश के बाकी शहरों में ये सेवा दी जाएगी। ये एप जीपीएस आधारित होगी। घर पर पहुंचने से पहले खुद-ब-खुद गृह स्वामी को मैसेज भेज सूचित करेगी कि कूड़ा उठाने वाली गाड़ी कितनी देर में उनके दरवाजे पर पहुंच रही है। जिससे वो कूड़ा देने के लिए दरवाजे पर खड़ा हो जाए।

पहुंच जाएगी जानकारी  

प्रत्येक घर का एक यूनिक कोड होगा, जो क्यूआर कोड के रूप में दरवाजे के बाहर चस्पा किया जाएगा। कूड़ा उठाने के बाद कर्मचारी उस क्यूआर कोड को स्कैन करेगा। जैसे ही कोड स्कैन होगा संबंधित नगर निगम और शहरी विकास मंत्रालय तक जानकारी पहुंच जाएगी कि कूड़ा उठ गया।

मंत्रालय तैयार करा रहा एप

शहरी विकास मंत्रालय इस कार्य के लिए एप तैयार करा रहा है। यह एप कूड़ा गाड़ी के चालक और उस तैनात सफाई कर्मी के मोबाइल पर डाउनलोड कर दी जाएगी। एप जियो टैगिंग इनेबल्ड भी होगी। जिससे लोकेशन को लेकर झूठ नहीं बोला जा सकता।

नहीं रहेगी कूड़ा न उठने की शिकायत

डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन नगर निगम पहले से कर रहे हैं, लेकिन लोगों की शिकायतें बहुत हैं। आए दिन लोग निगम में अधिकारियों से यही कहते दिखाई देते हैं कि गाड़ी उनके घर कूड़ा लेने नहीं आ रही। एप आधारित कूड़ा कलेक्शन शुरू होने से यह शिकायतें बंद हो जाएंगे। नगर निगम और शहरी विकास मंत्रालय भी सुनिश्चित कर सकता है कि क्षेत्र से कूड़ा उठ रहा है या नहीं।

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