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समाजसेवी अन्ना हजारे का आंदोलन इस बार नहीं दिख रहा असरदार

शनिवार को हार्दिक के आने की संभावना जताई जा रही थी, लेकिन वह भी यहां नहीं पहुंचे।

By JP YadavEdited By: Updated: Sun, 25 Mar 2018 09:12 AM (IST)
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समाजसेवी अन्ना हजारे का आंदोलन इस बार नहीं दिख रहा असरदार

नई दिल्ली (जेएनएन)। सशक्त लोकपाल, चुनाव सुधार प्रक्रिया और किसानों की मांगों को लेकर दिल्ली के रामलीला मैदान में शुक्रवार से शुरू हुआ समाजसेवी अन्ना हजारे का जन आंदोलन फीका पड़ता नजर आ रहा है। भले ही आंदोलन में शामिल होने वाले लोग उत्साह से लबरेज हैं, लेकिन वर्ष 2011 की तरह इस बार ज्यादा भीड़ नहीं जुट पा रही है। बता दें कि अन्ना उक्त मांगों को लेकर यहां अनशन पर बैठे हैं।

शनिवार को रामलीला मैदान में बने मंच से किसान नेताओं ने भी लोगों को संबोधित किया और केंद्र सरकार की किसान नीतियों पर सवाल खड़े किए। वहीं, अन्ना ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान व पंजाब सरकार लोगों को दिल्ली आने नहीं दे रही है।

किसानों को जबरदस्ती रोका जा रहा है, लेकिन किसान पैदल आ रहे हैं। राजस्थान और उत्तर प्रदेश में भी आंदोलन शुरू हो गया है। जब सरकार जनता की नहीं सुनती है तो जनता आंदोलन करती है। वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लेकर उन्होंने कहा कि अच्छा हुआ वह दूर हो गए वरना हम भी बदनाम हो जाते।

किसी को मंच से भाषण नहीं देने दूंगा

गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल से मिलने की बात पर उन्होंने कहा कि मंच पर उनसे कोई बात नहीं होगी और न ही कोई भाषण देने दूंगा। मंच के पीछे कमरे में बैठकर बात करेंगे। बता दें कि शनिवार को हार्दिक के आने की संभावना जताई जा रही थी, लेकिन वह यहां नहीं पहुंचे।

स्वतंत्रता सेनानी सुखदेव के परिजन भी पहुंचे

अन्ना के समर्थन में स्वतंत्रता सेनानी सुखदेव के परिवार के सदस्य भी पहुंचे। उन्हीं के परिवार के सदस्य संदीप थापर के मुताबिक वर्ष 2011 में हुए आंदोलन की वजह से तत्कालीन सरकार सत्ता से बेदखल हुई थी। ऐसा ही हाल इस सरकार का भी न हो जाए। वहीं, अन्ना की तरह दिखने वाले हैदराबाद से आए शाह नकवी भी रामलीला मैदान पहुंचे हैं।

अनशन से अन्ना का वजन हुआ कम

अनशन पर बैठने के बाद से अन्ना हजारे का वजन 2.2 किलो तक कम हो गया है। उनका रक्तचाप भी ऊपर-नीचे हो रहा है। उनके डॉक्टर धनंजय ने गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए उन्हें कम बात करने की सलाह दी। शनिवार को दोपहर के समय अन्ना मंच से उठकर आराम करने के लिए भी चल गए थे।

कई लोगों की तबीयत बिगड़ी

अनशन पर बैठे भारत सेन की तबीयत खराब होने पर उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। साथ ही एक और महिला की अनशन के दौरान तबीयत खराब हो गई, उनको भी नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इनके अलावा देर रात दो अन्य लोगों की भी तबीयत बिगड़ गई।

बता दें कि आंदोलन को लेकर जो टीम बनी है, वे अनशन करने वालों के बारे में कोई जानकारी नहीं दे रही है कि कितने लोग अन्ना के साथ अनशन कर रहे हैं।

आंदोलन में हिस्सा लेने वाले भर रहे हैं प्रतिज्ञा पत्र

आंदोलन में हिस्सा लेने पहुंचे लोग प्रतिज्ञा पत्र भर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक अब तक करीब एक हजार से ज्यादा लोग इस पत्र को भर चुके हैं। इसके लिए लोगों से एक रंगीन फोटो, आधार कार्ड की प्रति और हलफनामा लिया जा रहा है। इसके तहत आंदोलन से जुड़ने वाले लोग किसी राजनीतिक पार्टी से भविष्य में नहीं जुड़ेंगे।

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