यूपीः गौतमबुद्धनगर में दूसरे चरण में सामूहिक विवाह की उम्मीदें हुईं कम
योजना में फर्जीवाड़ा उजागर हो जाने के बाद प्रशासन के पास आवेदनकर्ताओं का टोटा है।
नोएडा (जेएनएन)। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के दूसरे चरण में सामूहिक पंडाल सजाकर विवाह कराने की उम्मीदें कम हो गई हैं। प्रशासन के पास आवेदन कर्ताओं का टोटा बना है, जबकि जिला प्रशासन को 31 मार्च से पहले सामूहिक विवाह संपन्न कराने के निर्देश शासन ने दिए हैं। यदि पात्र आवेदक नहीं मिले तो प्रशासन को योजना के तहत मिला फंड वापस करना होगा।
जानकारी के मुताबिक, पिछले एक महीने से जिला प्रशासन दूसरे चरण के लिए आवेदन मांग रहा है, लेकिन योजना में फर्जीवाड़ा उजागर हो जाने के बाद प्रशासन के पास आवेदनकर्ताओं का टोटा है।
उल्लेखनीय है शासन ने जिला प्रशासन को 476 सामूहिक विवाह कराने का लक्ष्य निर्धारित करते हुए एक करोड़ 66 लाख रुपये की धनराशि आवंटित की है।
पहले चरण में 24 फरवरी को ग्रेटर नोएडा के वाईएमसीए क्लब में 66 जोड़ों का सामूहिक विवाह कराया गया था। इसमें 21 जोड़े फर्जी पाए गए। जांच में सामने आया कि ये जोड़े पहले से शादीशुदा है।