अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य पद से हटाए गए अफजाल का पुराना नाता रहा है कांग्रेस से
सदस्यता लेने के साथ ही उसे उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग में सदस्य बना दिया गया।
गाजियाबाद (शोभित शर्मा)। भाजपा अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य पद से हटाए गए कुंवर अफजाल चौधरी का कांग्रेस से पुराना नाता रहा है। प्रदेश में भाजपा सरकार आने के बाद से ही अफजाल पार्टी में एंट्री के लिए बैचेन था। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस सरकार में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय की एक कमेटी में रह चुका अफजाल ऊंची पहुंच के चलते भाजपा में शामिल हुआ और अल्पसंख्यक आयोग में सदस्य पद हासिल कर लिया। अफजाल लोनी के पावी गांव का रहने वाला है।
फरवरी में सरकार के शपथ लेने के बाद जब दूसरी पार्टी के नेताओं की एंट्री को पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया था तब अफजाल ने अपनी पहुंच का फायदा उठाते हुए भाजपा की सदस्यता ली। सदस्यता लेने के साथ ही उसे उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग में सदस्य बना दिया गया। इससे गाजियाबाद से अल्पसंख्यक आयोग में सदस्य पद की आस लगाए बैठे कार्यकर्ताओं को भी काफी धक्का लगा। गाजियाबाद के पदाधिकारियों का कहना है कि अफजाल चौधरी पार्टी में स्थानीय स्तर पर कम ही एक्टिव रहा है। प्रदेश से एंट्री होने के चलते उसका वास्ता लोकल पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से नहीं रहा।
बना रखे हैं कई फेसबुक एकाउंट
अफजाल चौधरी ने कई फेसबुक एकाउंट बना रखे हैं। इनमें एक एकाउंट की वॉल पर अफजाल ने प्रियंका गांधी का भी फोटो लगाया हुआ है, जबकि एक एफबी एकाउंट की फोटो गैलरी में बॉलीवुड के बादशाह अमिताभ बच्चन से लेकर कई सितारों के साथ उसने अपने फोटो अपलोड किए हुए हैं। तीसरे एफबी एकाउंट में अफजाल ने भाजपा नेताओं के साथ अपने फोटो अपलोड कर रखे हैं, जिनमें लखनऊ में अल्पसंख्यक आयोग की मीटिंग के दौरान भी उसका अन्य पदाधिकारियों के साथ फोटो हैं। इसके अलावा 26 फरवरी को एक पोस्ट में इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर द्वारा आयोजित कार्यक्रम का भी आमंत्रण पत्र पोस्ट किया है।
विधायक ने जताया था एतराज
सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस से आए अफजाल चौधरी को अल्पसंख्यक आयोग में सदस्य बनाए जाने का एक स्थानीय विधायक ने विरोध भी किया था। इस बाबत विधायक ने पिछले दिनों पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के गाजियाबाद आने पर एतराज भी जताया था। बताया जा रहा है कि विधायक ने संगठन मंत्री सुनील बंसल, क्षेत्रीय अध्यक्ष अश्वनी त्यागी सहित अन्य बड़े पदाधिकारियों से कांग्रेस से आने के बाद अफजाल को अल्पसंख्यक आयोग में सदस्य बनाए जाने की शिकायत की थी।