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एम्‍स के रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल खत्म, मरीजों को मिल सकेगी राहत

रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल खत्म होने से मरीजों को राहत मिलेगी। इससे पहले कई मरीजों का कहना था कि डॉक्टरों के आपसी विवाद में मरीजों को परेशानी उठानी पड़ रही है।

By Amit MishraEdited By: Updated: Sat, 28 Apr 2018 10:07 PM (IST)
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एम्‍स के रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल खत्म, मरीजों को मिल सकेगी राहत

नई दिल्ली [जेएनएन]। एम्‍स के रेजिडेंट डॉक्टरों ने अनिश्तिकालीन हड़ताल खत्म कर दी है। हड़ताल की वजह से दैनिक कामकाज में व्यापक असर पड़ रहा था और अस्पताल आए लोगों को भी खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। जांच के दौरान सीनियर डॉक्टर अतुल कुमार को बदले जाने का आश्वासन मिलने के बाद रेजिडेंट डॉक्टरों हड़ताल खत्म करने की घोषणा की है।  

बर्खास्तगी की मांग

रेजिडेंट डॉक्टर थप्पड़ मारने वाले सीनियर डॉक्टर अतुल कुमार की बर्खास्तगी की मांग को लेकर अड़े हुए थे।इससे पहले एम्स प्रशासन और रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के बीच सहमति नहीं बनी थी जिसके बाद एसोसिएशन ने हड़ताल जारी रखने की घोषणा की थी। 

गौरतलब है कि एम्स के रेजिडेंट डॉक्टरों ने आरपीसी के चीफ डॉ.अतुल कुमार पर एक रेजिडेंट डॉक्टर को थप्पड़ मारने का आरोप लगाते हुए गुरुवार शाम से हड़ताल की घोषणा कर दी थी। मामले की जांच के लिए एम्स प्रशासन ने गुरुवार को ही पांच सदस्यीय कमेटी गठित कर दी थी लेकिन आरपीसी चीफ डॉ.अतुल कुमार को निलंबित करने की मांग को लेकर फैसला नहीं हो सका था।  

डॉक्टरों ने दिखाई एकजुटता

शुक्रवार को रेजिडेंट डॉक्टरों ने अस्पताल परिसर में आम सभा आयोजित कर एकजुटता दिखाई थी। एम्स रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. हरजीत भट्टी का कहना था कि रेजिडेंट डॉक्टरों के साथ दु‌र्व्यवहार के मामले बढ़ रहे हैं। जब तक डॉ अतुल कुमार को निलंबित नहीं किया जाता है, तब तक हड़ताल जारी रहेगी।

मरीजों को हो रही थी परेशानी

रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल के चलते शुक्रवार को एम्स में पूरे दिन ओटी (ऑपरेशन थियेटर) और ओपीडी सेवा प्रभावित रही। जिस पीआरसी काउंटर पर मरीजों को डॉक्टर से मिलने के लिए अप्वाइंटमेंट दिया जाता है वह सुबह से ही बंद था। ऐसे में दूरदराज क्षेत्रों से आए मरीजों को बिना डॉक्टर को दिखाए ही लौटना पड़ा।

मरीजों को राहत 

रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल खत्म होने से मरीजों को राहत मिलेगी। इससे पहले कई मरीजों का कहना था कि डॉक्टरों के आपसी विवाद में मरीजों को परेशानी उठानी पड़ रही है। कैंसर से पीड़ित अपने पिता को एम्स लेकर पहुंचे मोहम्मद वसीम ने बताया कि वह लोनी बॉर्डर के पास रहते हैं। दो दिन से उनके पिता के हृदय में दर्द हो रहा है। डॉक्टर से दिखाने के लिए 27 अप्रैल की तारीख मिली थी। वह पिता को लेकर 11 बजे पहुंच गए थे, लेकिन हड़ताल होने के चलते डॉक्टरों ने देखने से मना कर दिया।

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