उठने लगा सवाल- अब GST के लिए आखिर कितना इंतजार
गारमेंट कंपनी ईस्ट एंड वेस्ट एक्सपोर्ट लिमिटेड के महाप्रबंधक सत्येंद्र सिंह का कहना है जीएसटी रिफंड लेना अब कठिन हो गया है।
गुरुग्राम (जेएनएन)। गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) रिफंड को लेकर साइबर सिटी के गारमेंट निर्यातकों का धैर्य जवाब देने लगा है। अब वह सवाल पूछने लगे हैं कि आखिर इसके लिए उन्हें कब इंतजार करना पड़ेगा। गुरुग्राम के करीब 900 गारमेंट निर्यातकों में से करीब 80 फीसद ने रिफंड के लिए आवेदन तो कर दिया है। लेकिन अभी तक किसी भी निर्यातक को रिफंड नहीं मिल सका है। कई निर्यातकों ने मार्च के अंतिम सप्ताह और अप्रैल के प्रथम सप्ताह में आवेदन कर दिया था। इसके बावजूद वह अभी तक इंतजार ही कर रहे हैं। उद्यमियों का यह भी कहना है कि जीएसटी अधिकारियों व कर्मचारियों का रवैया भी उनके प्रति काफी नकारात्मक है। वह सहयोग के बजाय मामले में उलझाते जा रहे हैं।
कुछ निर्यातक तो रिफंड के लिए आवेदन ही नहीं कर पा रहे हैं। उद्योग विहार स्थित एक गारमेंट इंडस्ट्री के प्रबंधक सतीश कुमार का कहना है कि उनका आवेदन बार-बार निरस्त हो जा रहा है। जीएसटी अधिकारियों की ओर से रोजाना नए-नए कागज मांगे जाते हैं।
इससे हमको काफी दिक्कत हो रही है। एक गारमेंट कंपनी के संचालक का कहना है कि जीएसटी रिफंड के लिए आवेदन किए हुए एक माह हो गया इसके बावजूद अभी तक रिफंड का कुछ पता नहीं है। यही हाल रहा तो काम-धंधा बंद करने तक की नौबत आ जाएगी। उद्योग विहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिमेश सक्सेना का कहना है कि निर्यातक परेशान हैं। कम से कम जीएसटी से पहले ड्यूटी ड्रॉ बैक टाइम पर मिल जाता था, इससे इंडस्ट्री का काम प्रभावित नहीं होता था।
गारमेंट कंपनी ईस्ट एंड वेस्ट एक्सपोर्ट लिमिटेड के महाप्रबंधक सत्येंद्र सिंह का कहना है जीएसटी रिफंड लेना अब कठिन हो गया है। इसके लिए आवेदन करना ही काफी मुश्किल होता है। किसी तरह से आवेदन हो भी जाए तो रिफंड मिलने का कोई भरोसा नहीं है।