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दिल्लीः दो मेट्रो कॉरिडोर को सीएमआरएस से स्वीकृति का इंतजार

एक साल में तीन कॉरिडोर के 40 किलोमीटर नेटवर्क पर मेट्रो का परिचालन शुरू किया गया।

By JP YadavEdited By: Updated: Thu, 03 May 2018 07:41 PM (IST)
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दिल्लीः दो मेट्रो कॉरिडोर को सीएमआरएस से स्वीकृति का इंतजार
नई दिल्ली (जेएनएन)। फेज तीन के दो मेट्रो कॉरिडोर (कालकाजी मंदिर-जनकपुरी पश्चिम और मुंडका-बहादुरगढ़) बनकर पूरी तरह तैयार हैं। इन दोनों नए कॉरिडोर पर मेट्रो के परिचालन के लिए अब सिर्फ मेट्रो रेल संरक्षा आयुक्त (सीएमआरएस) से स्वीकृति की दरकार है। स्वीकृति के लिए फाइल सीएमआरएस को भेजी गई है। जल्द ही करीब 36 किलोमीटर लंबे इन दोनों कॉरिडोर पर मेट्रो का परिचालन शुरू हो जाएगा।

यह बातें दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) के प्रबंध निदेशक मंगू सिंह ने कहीं। वे मेट्रो भवन में आयोजित दिल्ली मेट्रो के 24वें स्थापना दिवस समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने मेट्रो की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि एक साल में तीन कॉरिडोर के 40 किलोमीटर नेटवर्क पर मेट्रो का परिचालन शुरू किया गया।

इसमें आइटीओ-कश्मीरी गेट, कालकाजी मंदिर-बॉटेनिकल गार्डन व साउथ कैंपस-मजलिस पार्क कॉरिडोर शामिल है। इस तरह वर्तमान समय में दिल्ली-एनसीआर में करीब 252 किलोमीटर नेटवर्क पर मेट्रो का परिचालन हो रहा है। उन्होंने कहा कि दो कॉरिडोर पर जल्द परिचालन शुरू हो जाएगा।

इसमें मजेंटा लाइन के कालकाजी मंदिर-जनकपुरी पश्चिम (25.36 किलोमीटर) व मुंडका-बहादुगढ़ (करीब 11 किलोमीटर) शामिल है। बहरहाल इन दिनों कॉरिडोर पर मेट्रो का परिचालन शुरू होने से दिल्ली-एनसीआर में मेट्रो का नेटवर्क करीब 288 किलोमीटर हो जाएगा।

उल्लेखनीय है कि कालकाजी मंदिर-जनकपुरी पश्चिम मेट्रो कॉरिडोर पर सुरक्षा मानकों की जांच के लिए सीएमआरएस ने आठ से 10 मई की तारीख तय की है।

परिचालन पर लागत कम करना चुनौती पूर्ण

मंगू सिंह ने कहा कि आने वाला समय मेट्रो के लिए काफी चुनौतीपूर्ण है। खासतौर पर परिचालन पर लागत करना सबसे बड़ी चुनौती है। इसके लिए सौर ऊर्जा के इस्तेमाल पर जोर दिया जा रहा है। मौजूदा समय में डीएमआरसी 21 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पन्न कर रहा है। इसमें जून तक पांच मेगावाट की वृद्धि की जाएगी, जबकि वर्ष 2020 तक इसकी क्षमता बढ़ाकर 50 मेगावाट किया जाएगा।

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