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गोवा में बॉलीवुड फिल्म सिटी बनाने का झांसा लेकर सैकड़ों लोगों के करोड़ों रुपये लेकर फरार

सीएम कार्यालय में शिकायत देने के बाद इंदिरापुरम पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

By Edited By: Updated: Sat, 05 May 2018 08:47 AM (IST)
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गोवा में बॉलीवुड फिल्म सिटी बनाने का झांसा लेकर सैकड़ों लोगों के करोड़ों रुपये लेकर फरार

गाजियाबाद (जेएनएन)। बॉलीवुड फिल्म सिटी बनाने के नाम पर एक व्यक्ति से आठ लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। कौशांबी के केएम टॉवर स्थित कंपनी ने औरैया निवासी पीड़ित को पांच लाख रुपये निवेश कर हर माह घर बैठे 25 से 27 फीसद तक कमाने का झांसा दिया। इसके बाद आठ लाख निवेश करने पर कुछ दिन उसे ब्याज मिला, लेकिन इसके बाद कंपनी मालिक मिल ही नहीं रहा है।

आरोप है कि कंपनी सैकड़ों लोगों के करोड़ों रुपये लेकर फरार है। सीएम कार्यालय में शिकायत देने के बाद इंदिरापुरम पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। कंपनी के ऑफिस पर ताला लगा है। औरैया के रहने वाले अजय तिवारी ने बताया कि कुछ माह पहले वह गाजियाबाद के कौशांबी स्थित केएम टॉवर स्थित बॉलीवुड फिल्म सिटी नाम की कंपनी के सीएमडी कमल कौशिक के संपर्क में आए थे।

कमल कौशिक ने गोवा में बॉलीवुड फिल्म सिटी बनाने का एक प्लान उन्हें दिखाया। साथ ही इसमें रुपये निवेश करने का प्लान बताया था। एक लाख रुपये निवेश करने पर 25 फीसद और पांच लाख रुपये निवेश करने पर 27 फीसद की हर माह ब्याज देने का झांसा दिया था। झांसे में आकर अजय तिवारी ने पहले एक लाख, फिर पांच लाख और तीसरी बार में दो लाख रुपये निवेश किए। दो माह तक उन्हें रुपये मिले। तीसरे माह रुपये नहीं आए तो उन्होंने कमल कौशिक को कॉल की। उसने बताया कि वह गोवा में फिल्म सिटी के प्रोजेक्ट पर हैं। दो दिन के अंदर उनके खाते में रुपये पहुंच जाएंगे, लेकिन रुपये नहीं पहुंचे।

दफ्तर पर पहुंचे तो बाउंसरों ने धमकाया

अजय तिवारी का आरोप है कि रुपये न मिलने पर वह कौशांबी स्थित रेडिशन ब्लू के एम टॉवर के 11वीं मंजिल पर स्थित कंपनी के दफ्तर पर पहुंचे। अजय तिवारी ने अपने रुपये वापस मांगे तो बाउंसरों ने उनके साथ अभद्रता की और जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित ने इंदिरापुरम थाने में शिकायत दी तो कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय पर शिकायत दी। सीएम कार्यालय ने मामले का संज्ञान लिया और इंदिरापुरम पुलिस को रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए। वहीं, एसएचओ इंदिरापुरम सचिन मलिक का कहना है कि बुधवार को वह मामले में जांच करने पहुंचे तो दफ्तर बंद मिला। पीड़ित से कई नंबर मिले हैं। नंबरों की कॉल डिटेल्स खंगाली जा रही है। जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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