खुशखबरीः देश के IT-सेक्टर में दो लाख से अधिक नौकरियां मिलने की उम्मीद
डिजिटलीकरण व ऑटोमेशन में बढ़ते निवेश की वजह से आइटी कंपनियों के कारोबार में इजाफा हो रहा है।
गुरुग्राम (जेएनएन)। आइटी सेक्टर में नौकरियों के मामले में पिछला साल काफी मुश्किलों भरा साबित हुआ, मगर यह वर्ष नौकरियों की दृष्टि से सकारात्मक माहौल लेकर आया है। इस साल देश के आइटी सेक्टर में दो लाख से अधिक नौकरियां मिलने की उम्मीद है।
विशेषज्ञों की मानें तो भारतीय रोजगार बाजार तेज बदलाव के दौर से गुजर रहा है और इसका श्रेय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) के उभार को जाता है। यही कारण है कि साइबर सिटी ही नहीं दिल्ली-एनसीआर के आइटी सेक्टर में बड़ी संख्या में युवाओं को नौकरियां हासिल हो रही हैं।
आइटी विशेषज्ञों का कहना है कि मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग, वित्तीय तकनीक और स्टार्टअप क्षेत्र में हालात बेहतर दिखाई दे रहे हैं। आइटी कंपनी में अधिकारी अमित कुमार का कहना है कि वित्तीय सेवा क्षेत्र में सुधार और कारोबार के डिजिटलीकरण व ऑटोमेशन में बढ़ते निवेश की वजह से आइटी कंपनियों के कारोबार में इजाफा हो रहा है।
हालांकि अभी उम्मीद के मुताबिक आइटी क्षेत्र में ग्रोथ देखने को नहीं मिल रही है फिर भी माहौल काफी सकारात्मक है। गुरुग्राम की आइटी कंपनियों में इस समय हायरिंग की प्रक्रिया चल रही है। हाइटेक इंडिया के प्रेसिडेंट प्रदीप यादव का कहना है कि नौकरियों में वृद्धि की बड़ी वजह नए नियोक्ताओं का मैदान में आना है।
वर्ष 2018 में करीब 20 फीसद अधिक नियोक्ता नौकरियां देंगे। उन्होंने कहा कि भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग में 2018 में 1.8 लाख से दो लाख नई नौकरियों के अवसर पैदा होने की उम्मीद है।
हर्वा बीपीओ के सीईओ अजय चतुर्वेदी का कहना है कि देश इस समय डिजिटल इंडिया की तरफ आगे बढ़ रहा है। ऐसे में डिजिटल कौशल से लैस पचास फीसद अधिक वर्कफोर्स की जरूरत महसूस हो रही है।
इनका कहना है कि नई तकनीकों ने डिजिटल प्लेटफार्म पर नए प्रकार के कौशल से युक्त कर्मचारियों की जरूरत है, जिसे पूरा करने के लिए यह रोजगार के अवसर पैदा हो रहे हैं। फिक्की-नेस्कॉम और ईवाइ की एक रिपोर्ट के अनुसार 2022 तक देश में काफी कार्यबल के जुड़ने की उम्मीद है।
मानस फुलोरिया (सीईओ नगारो) के मताबिक, आइटी सेक्टर में जितनी ग्रोथ की उम्मीद की जा रही थी, उतनी नहीं है फिर भी यह उत्साहजनक है। इस क्षेत्र में नौकरियों की कमी नहीं है। जिस प्रकार से नई टेक्नोलॉजी आ रही है उसे देखते हुए दक्ष वर्कफोर्स की जरूरत काफी बढ़ गई है।