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प्रधानमंत्री जी ! आपकी एक Yes करने से जी उठेंगी पांच जिंदगियां, जानें क्‍या है मामला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह गुहार कॉन्जिनिटल स्कोलियोसिस बीमारी से जूझ रहे पांच बच्चों की है।

By Ramesh MishraEdited By: Updated: Mon, 07 May 2018 08:56 AM (IST)
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प्रधानमंत्री जी ! आपकी एक Yes करने से जी उठेंगी पांच जिंदगियां, जानें क्‍या है मामला

फरीदाबाद [ हरेंद्र नागर ] । प्रधानमंत्री जी ! आपकी एक हां से हमारी जिंदगी संवर सकती है। हम सामान्य जिंदगी जी पाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह गुहार कॉन्जिनिटल स्कोलियोसिस बीमारी से जूझ रहे पांच बच्चों की है।

इनमें फरीदाबाद के इस्माइलपुर निवासी 17 वर्षीय प्रीति, नई दिल्ली निवासी 20 वर्षीय निकिता, लखनऊ निवासी 26 वर्षीय रेशमा समेत 12 व 13 वर्षीय दो अन्य लड़के भी शामिल हैं। 10 हजार में से एक बच्चे को होने वाली इस बीमारी के कारण उनकी रीढ़ की हड्डी अंग्रेजी के 'एस' आकार में इस हद तक मुड़ गई कि वह सीधे खड़े होकर नहीं चल सकते।

जानकार बताते हैं कि ऑपरेशन से रीढ़ की हड्डी को सीधा किया जा सकता है लेकिन यह ऑपरेशन बेहद महंगा और कठिन है। इसलिए डॉक्टर इसके लिए तैयार नहीं होते। अपोलो अस्पताल, दिल्ली के ऑर्थोपेडिक्स विभाग के सीनियर स्पाइनल सर्जन डॉ. राजगोपालन कृष्णन इनका नि:शुल्क ऑपरेशन करने के लिए तैयार हैं। ये ऑपरेशन ओ आर्म नाम की मशीन से होगा। इसकी कीमत 7 करोड़ रुपये है। भारत में यह मशीन एम्स में है।

डॉक्टर राजगोपालन ने एम्स से ओ आर्म मशीन पर उन बच्चों का ऑपरेशन करने की अनुमति मांगी थी, लेकिन एम्स प्रबंधन की ओर से कहा गया कि प्रधानमंत्री कार्यालय से इसकी अनुमति मिल सकती है। डॉक्टर राजगोपालन ने बच्चों की ओर से करीब एक साल पहले प्रधानमंत्री कार्यालय को चिट्ठी लिखकर अनुमति देने की मांग की थी लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है।

मेरे पिता कार चालक हैं। वह मेरी बीमारी का इलाज नहीं करा सकते। जब मैंने होश संभाला तो पता चला कि मैं सामान्य नहीं हूं। 12 वर्ष की आयु में ही मैंने ठान लिया था कि मैं भी सीधे होकर चलूंगी। इसके लिए कई डॉक्टरों को दिखाया। मेरी ही तरह अन्य बच्चों की भी कहानी है। डॉक्टर राजगोपालन पिछले करीब एक साल हमारी जांच व इलाज करने के बाद ऑपरेशन करने के लिए तैयार हुए मगर अब मशीन की अड़चन आ गई है।

- प्रीति, इस्मालाइलपुर फरीदाबाद

इस बीमारी में जैसे-जैसे उम्र बढ़ती जाती है रीढ़ की हड्डी और अधिक मुड़ती जाती है। हड्डियां मजबूत होती जाएंगी। इसके बाद ऑपरेशन और मुश्किल होता है। आगे चलकर रीढ़ की हड्डी इतनी मुड़ जाती है कि मरीज चल फिर भी नहीं सकता। अगर समय रहते ऑपरेशन हो जाए तो ये बच्चे फिर से सीधे होकर चल सकेंगे।

- डॉक्टर राजगोपालन कृष्णनन

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