शकरपुर इलाके में पुलिस ने बच्चों के वीडियो गेम पार्लर की आड़ में चलाए जा रहे ऑनलाइन कसीनो का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने छापा मारकर 15 गेम स्टेशन (डेस्कटॉप कंप्यूटर), 25 हजार रुपये और अन्य सामान बरामद किए हैं। इसके साथ मौके से छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनकी पहचान मैनेजर अमित कश्यप, राहित शर्मा, सन्नी छाबड़ा, सचिन कुमार, ऋषिकेश और पंकज मिश्रा के रूप में हुई है। जांच में पता है कि कसीनों में कम से कम से एक हजार रुपये का दांव लगाया जाता था। एक हजार के बदले 36 हजार रुपये देने कमाने का लालच दिया जाता था।
By JagranEdited By: Updated: Sun, 06 May 2018 08:34 PM (IST)
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : शकरपुर इलाके में पुलिस ने बच्चों के वीडियो गेम पार्लर की आड़ में चलाए जा रहे ऑनलाइन कसीनो का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने छापेमारी कर छह आरोपितों को गिरफ्तार कर 15 गेम स्टेशन (डेस्कटॉप ), 25 हजार रुपये और अन्य सामान बरामद किए हैं।
आरोपितों की पहचान मैनेजर अमित कश्यप, रोहित शर्मा, सन्नी छाबड़ा, सचिन कुमार, ऋषिकेश और पंकज मिश्रा के रूप में हुई है। जांच में पता चला कि कसीनो में कम से कम से एक हजार रुपये का दाव लगाया जाता था और एक हजार के बदले 36 हजार रुपये कमाने का लालच दिया जाता था।
पुलिस उपायुक्त पंकज कुमार ¨सह ने बताया कि शनिवार को गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने दुकान नंबर-3, प्लॉट नंबर-7, कृष्णकुंज मे छापेमारी की। बाहर से यह फन प्वाइंट के नाम से बच्चों का गेम पार्लर प्रतीत हो रहा था, लेकिन अंदर न तो बच्चे थे और न ही उनका वीडियो गेम। यहां कसीनो चल रहा था। पूछताछ के बाद मैनेजर अमित कश्यप सहित छह आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया। अमित कुछ समय पहले भी ऑनलाइन सट्टा रैकेट चलाते हुए गिरफ्तार हो चुका है। सिर्फ जान-पहचान वालों को मिलता था प्रवेश पुलिस के अनुसार, इस ऑनलाइन कसीनो में सिर्फ जान पहचान वाले ही दाखिल हो सकते थे। कसीनो के गेट पर ऑटोमेटिक लॉक लगा था और इसका कंट्रोल मैनेजर के पास था। बाहर के लोगों पर नजर रखने के लिए मेन गेट पर दो सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। ऑनलाइन कसीनो का विशेष प्रकार का सॉफ्टवेयर बेंगलुरू में बना है। इसे मास्टर कंप्यूटर के जरिये मुंबई से संचालित किया जाता है। कसीनो और दुकान मालिक पुलिस की गिरफ्त से दूर
इस कसीनो के मालिक मिथिलेश और शैलेश जायसवाल नामक दो भाई बताए जा रहे हैं। वहीं, जिस दुकान में सट्टा चलाया जा रहा था, वह भी किसी रमेश चौरसिया नामक शख्स की बताई जा रही है। रमेश मुंबई में रहता है और सट्टे के मामलों में उसका कई बार नाम आ चुका है। ये तीनों अभी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं।
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