सफल जीवन के आधार नहीं हो सकते अंक
जीवन का आधार कर्म है और भौतिक जीवन में कर्म की परिणति सफलता व असफलता के तौर पर तोल
By JagranEdited By: Updated: Sun, 27 May 2018 10:04 PM (IST)
जीवन का आधार कर्म है और भौतिक जीवन में कर्म की परिणति सफलता व असफलता के तौर पर तोली जाती है, जबकि वास्तविकता में जीवन की सफलता समग्रता में निहित है। इसमें संतुलन सर्वोपरि है। मेरा मानना है कि जीवन में अकादमिक परिणाम में अंक जरूरी है, लेकिन यह सफल जीवन का आधार कतई नहीं हो सकता है।
पहलवानी का बचपन से शौक था। इस कारण मैं बचपन से ही अखाड़े जाने लगा था। इस दौरान मेरे अभिभावक चाहते थे कि मैं स्कूल जाऊं और वहां ठीक से पढ़ाई कर अपना भविष्य निर्मित करूं, लेकिन स्कूल, किताबें व कक्षाएं मुझे आकर्षित नहीं कर सकीं। नतीजतन मेरा मन पढ़ाई में नहीं लगा। मेरे अभिभावकों को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने मुझे स्कूल जाने के लिए बाध्य न करते हुए पहलवानी की तरफ जाने के लिए प्रोत्साहित किया। नतीजतन, मैंने अखाड़े व पहलवानी को ही अपना जीवन का लक्ष्य बना लिया। जब होश संभाला तो इस लक्ष्य का केंद्र ओलंपिक में मेडल लाना हो गया। इसके लिए मैंने खूब मेहनत की। इसमें मेरे अभिभावकों, गुरुओं व दोस्तों ने मेरा पूरा सहयोग किया। नतीजतन, मैं ओलंपिक पहुंचा और आज देश का एकमात्र ऐसा खिलाड़ी हूं जिसके पास दो ओलंपिक मेडल हैं। अपने जीवन के इस छोटे सफर में मुझे कई बार लगा कि पढ़ाई महत्वपूर्ण है और यह मैं कहता हूं कि जीवन में वाकई पढ़ाई महत्वपूर्ण है, लेकिन अकादमिक परीक्षा के परिणामों के अंक से कभी जीवन की सफलता का आकलन किया जा सकता है। सफल जीवन के लिए साफ नीयत, कठोर परिश्रम व अनुशासन जरूरी है। मैं प्रत्येक बच्चे के अभिभावकों से कहना चाहता हूं कि बच्चे फूल की तरह होते हैं। वे किसी भी निर्धारित सांचे में बड़े व सशक्त नहीं हो सकते हैं। अगर हमें उनका भविष्य व सफल बनाना है तो उन्हें सीमाओं में रहकर आजाद छोड़ने की तैयारी करनी होगी, जबकि मैं बच्चों से यह जरूर कहना चाहता हूं कि जीवन में ज्ञान व अनुभव अर्जन करना सांस लेने की तरह जरूरी है, क्योंकि जीवन कक्षाओं के साथ कई मोर्चो पर परीक्षा लेता है। इसमें अगर नंबर कम आएं या अपेक्षित सफलता न मिले तो परेशान न हों। इसे सफल जीवन का संकेत मानकर और अधिक कठिन मेहनत के लिए तैयार हो जाएं।
पहलवान सुशील कुमार
ओलंपिक पदक विजेता मनोज भट्ट से बातचीत पर आधारित।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।