एयर होस्टेस ने अधिकारी पर लगाया यौन उत्पीड़न का आरोप, पीएम मोदी को पत्र भेज कहा- 'मी टू'
एयर होस्टेस ने अपने पत्र में न्याय की गुहार लगाते हुए लिखा है कि जब एयर इंडिया ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया तब उसे देश के सर्वोच्च अधिकारियों के सामने इस मामले को रखना पड़ा।
By Amit MishraEdited By: Updated: Tue, 29 May 2018 10:52 PM (IST)
नई दिल्ली [जेएनएन]। राष्ट्रीय विमानन कंपनी एयर इंडिया की एक एयर होस्टेस ने अपने एक वरिष्ठ अधिकारी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। पीड़िता ने अधिकारी की तुलना हॉलीवुड के बदनाम फिल्म निर्माता हार्वे विंस्टीन और बिल कोस्बे से की है। हॉलीवुड फिल्म निर्माता के खिलाफ दुष्कर्म का आरोप सामने आने के बाद दुनिया भर में 'मी टू' आंदोलन चला था। एयर होस्टेस ने अधिकारी के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु, सहित कई केंद्रीय मंत्रियों को पत्र भेजा है। नागरिक उड्डयन मंत्री ने एयर इंडिया सीएमडी से इस मामले में अविलंब कदम उठाने को कहा है।
सरकार से ही उन्हें उम्मीद हैएयर होस्टेस ने कहा है कि अधिकारी ने उसके सामने प्रस्ताव रखा, उन्हें गालियां दीं, आपत्ति जनक हरकतें कीं। इतना ही नहीं कार्यालय में उनके सामने दूसरी महिलाओं के साथ भी यह सब किया। प्रस्ताव ठुकराने पर अधिकारी ने उनके साथ भेदभाव किया। एयर होस्टेस ने कहा है कि वह और दूसरी महिलाएं कई वर्षों से प्रताड़ित हो रही हैं। प्रधानमंत्री एवं अन्य केंद्रीय मंत्रियों को भेजे गए लंबे पत्र में उन्होंने कहा है कि भारत की लड़कियों और महिलाओं की उन्नति की बात करने वाली पार्टी और सरकार से ही उन्हें उम्मीद है।
एयर होस्टेस का पत्रसुरेश प्रभु को भेजे गए पत्र में एयर होस्टेस ने कहा है, 'मेरी आशा अब आपके कार्यालय में टिकी है। मैं अपने प्रधानमंत्री के पसंदीदा आह्वान बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ में भरोसा करती हूं। और मुझे पूरा विश्वास है कि बेटी को शिक्षित करने के बाद आप उसे ऐसी अन्यायपूर्ण स्थिति में नहीं रखना चाहेंगे जहां कार्यस्थल पर अन्याय होता हो। और तब तीन बिंदुओं पर आग्रह कर रही हूं। इसपर अविलंब ध्यान दें, एक निष्पक्ष जांच समिति गठित करें और शक्तिशाली एवं दबंग दरिंदे को जांच पूरी होने तक महिलाओं के साथ काम करने के लिए नहीं छोड़ें।'
प्रभु ने किया ट्वीटनागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्वीट किया है, 'एयर इंडिया के सीएमडी से इस मुद्दे का तुरंत समाधान करने को कहा है। यदि जरूरत पड़ी तो दूसरी समिति गठित की जाएगी।'
दी शी बॉक्स
मोदी सरकार ने हाल ही में एक ऑनलाइन शिकायत प्रबंधन प्रणाली गठित की है। इस प्रणाली को शी-बॉक्स नाम दिया गया है। यह महिला कर्मचारियों को कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न की शिकायत करने के लिए गठित किया गया है। फरवरी में सरकार ने 107 शिकायतें मिलने की जानकारी दी थी। हाल के महीनों में राष्ट्रीय बहस में यौन उत्पीड़न और हमले का मुद्दा प्रमुखता से आया है।कई तरह से परेशान करता है अधिकारी
शिकायत पत्र के मुताबिक सीनियर एक्जीक्यूटिव अधिकारी महिलाओं को अपने ऑफिस बुलाकर उनके साथ बुरा बर्ताव करता है, उनको शराब पिलाता है। इसमें से ज्यादातर महिलाओं को इस सब के लिए मजबूर होना पड़ता है। अधिकारी पद का गलत इस्तेमाल करते हुए कई तरह से परेशान करता है।
कोई कार्रवाई नहीं की गईपीड़ित महिला ने शिकायत में दावा किया कि एयरलाइंस मैनेजमेंट और चेयरमैन से इस मामले की शिकायत दर्ज कराई थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। महिला के मुताबिक उसने शुरुआती तौर पर आंतरिक प्रक्रिया को तरजीह दी, क्योंकि ऐसा करने के पीछे मंशा पब्लिसिटी इक्ट्ठा करना नहीं था। लेकिन इसके बाद भी कोई कार्रवाई न होने पर मंत्रालय को पत्र लिखने के अलावा कोई रास्ता नहीं था।चर्चा में रही प्रताड़ना की अन्य घटनाएं-हैदराबाद में एक टॉलीवुड अभिनेत्री ने फिल्मोद्योग निकाय के बाहर कास्टिंग काउच के विरोध में नग्न प्रदर्शन किया।-जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में छात्राओं ने प्रोफेसर पर यौन प्रताड़ना का आरोप लगाया।-उत्तर प्रदेश के उन्नाव की एक युवती ने सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया। युवती ने राज्य के एक भाजपा विधायक को भी दुष्कर्मी बताया था।-पिछले वर्ष नवंबर में केरल पुलिस ने एयर इंडिया एक्सप्रेस पायलट के खिलाफ मामला दर्ज किया था। महिला कर्मचारी ने प्रताड़ना का आरोप लगाया था।-इस वर्ष 24 मार्च को विस्तारा के केबिन क्रू के सदस्य ने लखनऊ-दिल्ली उड़ान के दौरान 62 वर्षीय यात्री के खिलाफ आरोप लगाया था। इस यात्री को दिल्ली पुलिस ने हवाई अड्डे से गिरफ्तार कर लिया था।यह भी पढ़ें: जून के प्रथम सप्ताह में हाई अलर्ट पर रहेगी दिल्ली, विशेष टीमें रहेंगी तैनात
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