यौन उत्पीड़न के आरोपी JNU प्रोफेसर को न बनाया जाए महिला हॉस्टल का वॉर्डन: HC
दिल्ली हाई कोर्ट ने फैक्ट फाइंडिंग कमेटी को जौहरी के निलंबन पर फैसला करने को कहा है। मामले की अगली सुनवाई 17 अगस्त को होगी।
By Amit MishraEdited By: Updated: Tue, 29 May 2018 05:46 PM (IST)
नई दिल्ली [जेएनएन]। यौन उत्पीड़न के आरोपी जेएनयू प्रोफेसर अतुल जौहरी को दिल्ली हाई कोर्ट ने किसी भी यूनिवर्सिटी हॉस्टल जिसमें महिलाएं हों उसका वॉर्डन बनने पर रोक लगा दी है। कोर्ट ने फैक्ट फाइंडिंग कमेटी को जौहरी के निलंबन पर फैसला करने को कहा है। मामले की अगली सुनवाई 17 अगस्त को होगी।
यौन उत्पीड़न का आरोप
इससे पहले 23 मई को प्रोफेसर अतुल जौहरी को निलंबित करने और विश्वविद्यालय परिसर में उनके प्रवेश पर रोक लगाने की मांग को लेकर दायर याचिका पर दिल्ली हाई कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। जौहरी जेएनयू के लाइफ साइंस विभाग में प्रोफेसर हैं और इस विभाग की 9 छात्राओं ने उन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है।विश्विद्यालय परिसर में आने से नहीं रोका जा सकता
23 मई को सुनवाई के दौरान जस्टिस राजीव शकधर के सामने प्रोफेसर के वकील ने तर्क दिया था कि उनके मुवक्किल को विश्विद्यालय परिसर में आने से नहीं रोका जा सकता। वकील ने कहा कि उनके मुवक्किल को स्कूल जाने वाली अपनी बेटियों की सुरक्षा की चिंता है, इतना ही नहीं प्रोफेसर की बेटियों को स्कूल में ताने मारे जाते हैं।
साक्ष्यों के नष्ट होने की आशंका दूसरी तरफ जेएनयू प्रशासन ने अपना पक्ष रखते हुए कहा था कि जौहरी के खिलाफ कार्रवाई तब तक नहीं की जा सकती है जब तक आतंरिक जांच समिति को औपचारिक शिकायत नहीं मिल जाती, लेकिन याचिकाकर्ता छात्राओं ने इसका विरोध किया और कहा कि जेएनयू की आंतरिक जांच समिति ने पीड़ित छात्राओं को समन जारी कर जांच में शामिल होने को कहा है, जब शिकायत नहीं मिली है तो समन कैसे जारी किया गया है। छात्राओं के वकील ने हाईकोर्ट को बताया कि आरोपी प्रोफेसर के परिसर में आने से साक्ष्यों के नष्ट होने या छात्राओं से फिर छेड़छाड़ की आशंका है।
जौहरी के खिलाफ 8 मुकदमे दर्ज
बता दें कि छात्राओं से छेड़छाड़ करने के आरोप में दिल्ली पुलिस ने जौहरी के खिलाफ 8 मुकदमे दर्ज किए हैं। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार भी किया था, लेकिन कुछ ही घंटों के बाद उन्हें कोर्ट से जमानत मिल गई थी। यह भी पढ़ें: एयर होस्टेस ने वरिष्ठ अधिकारी पर लगाया यौन उत्पीड़न का आरोप, मंत्री तक पहुंचा मामला
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