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बेहतरीन खूबियों से लैस है मजेंटा लाइन, आसान हुई यात्रियों की राह, मोबाइल नेटवर्क ने किया परेशान

मजेंटा लाइन मेट्रो बेशुमार खूबियों से लैस है। भले ही इसमें तमाम खूबियां हों लेकिन यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

By Amit MishraEdited By: Updated: Wed, 30 May 2018 04:15 PM (IST)
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बेहतरीन खूबियों से लैस है मजेंटा लाइन, आसान हुई यात्रियों की राह, मोबाइल नेटवर्क ने किया परेशान
नई दिल्ली [जेएनएन]। जनकपुरी-पश्चिम से कालकाजी तक मंगलवार से मेट्रो की मजेंटा लाइन शुरू हो गई। इससे यात्रियों की राह आसान हुई है। यात्री अब बिना जाम में फंसे और समय से मंजिल तक पहुंच सकेंगे। कई यात्रियों का कहना है कि यदि मेट्रो का किराया कम कर दिया जाए तो उन्हें राहत मिलेगी। दूसरी परेशानी मेट्रो के अंदर मोबाइल फोन में नेटवर्क न आने की है। इस लाइन में 15 मेट्रो स्टेशन हैं, जिनमें से 14 अंडरग्राउंड हैं। अभी यहां नेटवर्क की कनेक्टिविटी नहीं है।

ये खूबियां हैं खास 

नोएडा से दिल्ली के कालकाजी मंदिर तक जाने वाली मजेंटा लाइन मेट्रो बेशुमार खूबियों से लैस है। भले ही इसमें तमाम खूबियां हों लेकिन यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 

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एनसीआर का पहला इंटरचेंज

एनसीआर में नोएडा का बॉटेनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन एनसीआर का पहला इंटरचेंज बन गया है। ब्लू लाइन को जोड़ने के लिए एलिवेटड प्लेटफार्म को तीन स्थानों से इंटर कनेक्ट किया गया है। वहीं, प्रथम तल पर दो स्थानों से इंटर कनेक्ट किया गया है। मजेंटा लाइन के प्लेटफार्म पर प्रवेश के लिए 12 प्रवेश द्वार बनाए गए है। मुसाफिरों को बाहर जाने के लिए ब्लू लाइन के गेटों का प्रयोग करना होगा। यहां से निकलने के लिए 12 एक्जिट गेट है। दोनों स्टेशनों को जोड़ने वाले कॉरिडोर पर पैदल चिह्न बनाए गए हैं।

सीसीटीवी कैमरे

मजेंटा लाइन की मेट्रो भी ब्लू लाइन की तुलना में काफी अलग है। सुरक्षा के लिहाज से प्रत्येक कोच में चार सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा प्रत्येक के कोच के बाहर दो सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। ट्रेन में तीन रंग की चेयर के साथ प्रत्येक कोच में 40 से 50 लोगों के बैठने की व्यवस्था है।

स्टैंडर्ड गेज पर संचालित होगी मजेंटा लाइन

डीएमआरसी की यह पहली मेट्रो लाइन है, जो स्टैंडर्ड गेज पर आधारित है। यह ट्रैक ब्लू लाइन से अलग है। ब्लू लाइन ब्राड गेज पर आधारित है। स्टैंर्ड गेज होने से मेट्रो के अंदर मुसाफिरों को अधिक स्थान मिलेगा। यानी इसकी क्षमता काफी ज्यादा होगी।

इन खूबियों से लैस है मजेंटा लाइन मेट्रो

मजेंटा लाइन के प्लेटफार्म पर प्रवेश के लिए 12 प्रवेश द्वार बनाए गए है। मुसाफिरों को बाहर जाने के लिए ब्लू लाइन के गेटों का प्रयोग करना होगा।

इको फ्रेंडली हैं स्टेशन

रूट के सभी नौ मेट्रो स्टेशन इको फ्रेंडली बनाए गए हैं। स्टेशनों पर पानी की कम खपत के लिए फिक्स्चर जैसे ड्यूल फ्लश कम बहाव वाले नल, पानी रहित पेशाब घर बनाए गए हैं। जल संरक्षण के लिए वर्षा जल संचयन के लिए पिट बनाया गया है। जहां वायाडक्ट पर बारिश का पानी एकत्र किया जाता है। इससे भूमिगत जल के स्तर को बढ़ाने में मदद मिलेगी।

क्या कहते हैं यात्री

इस लाइन के शुरू होने से काफी सहूलियत हुई है। नोएडा से हौजखास या मुनिरका जाने के लिए अब बार-बार साधन नहीं बदलना पड़ेगा। मेट्रो का किराया भी कम हो जाए तो बेहतर रहेगा। -पराक्रम 

नई लाइन शुरू होने से जनकपुरी व नोएडा के साथ ही पूरी दक्षिणी दिल्ली कनेक्ट हो गई है। जेएनयू, आइआइटी व जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के जुड़ने से विद्यार्थियों को काफी सुविधा होगी। -मधु

फरीदाबाद से दक्षिणी दिल्ली और एयरपोर्ट जाने के लिए यह काफी आसान रूट हो गया है, लेकिन मेट्रो के अंदर मोबाइल फोन में नेटवर्क नहीं आ रहे हैं। इससे परेशानी हो रही है। -सोहेल

एयरपोर्ट जाने के लिए यह मेट्रो लाइन सबसे बेहतर विकल्प है। सड़क मार्ग से जाते समय जाम से दो-चार होना पड़ता है। इस मेट्रो लाइन से जाम की समस्या से निजात मिल गई है। -मीनाक्षी 

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