दिल्लीः निगमों में नारी शक्ति का दम, भाजपा दे रही है महिलाओं को तरजीह
भाजपा ने उपमहापौर से लेकर स्थायी समिति में महिला नेताओं को तरजीह दी है। वहीं, निगम के कई पद तो ऐसे हैं, जिन पर पहली बार किसी महिला को जिम्मेदारी मिली है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। अब तक राष्ट्रीय राजधानी के नगर निगमों में पुरुषों का वर्चस्व रहा है, लेकिन बदलते दौर में भाजपा ने महिला शक्ति को पहचानते हुए सभी बड़े पदों की कमान महिलाओं को सौंप दी है। भाजपा ने उपमहापौर से लेकर स्थायी समिति में महिला नेताओं को तरजीह दी है। वहीं, निगम के कई पद तो ऐसे हैं, जिन पर पहली बार किसी महिला को जिम्मेदारी मिली है।
भाजपा ने दक्षिणी निगम में नेता सदन, स्थायी समिति की अध्यक्ष और शिक्षा समिति की अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी महिला नेताओं को दी है। इसमें पिछले वर्ष महापौर रहीं कमलजीत सहरावत को नेता सदन का पद दिया गया है, जबकि गत वर्ष नेता सदन रहीं शिखा रॉय को स्थायी समिति का अध्यक्ष बनाया गया है।
इसी तरह तहबाजारी समिति की अध्यक्ष पूनम भाटी को स्थायी समिति के उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी गई है। साथ ही पिछले वर्ष स्थायी समिति में उपाध्यक्ष रहीं नंदिनी शर्मा को शिक्षा समिति का अध्यक्ष जबकि सुमन डागर को उपाध्यक्ष बनाया गया है। वहीं, दक्षिणी निगम के दक्षिणी क्षेत्र वार्ड समिति में तुलसी जोशी को पहली महिला चेयरपर्सन बनाया गया।
इसी तरह भाजपा की तरफ से उत्तरी निगम में वीना विरमानी को स्थायी समिति में पहली महिला अध्यक्ष की जिम्मेदारी देने के लिए उम्मीदवार बनाया गया है, यहां इनका निर्विरोध जीतना तय है। इसी तरह पूर्वी निगम में किरन वैद्य को भाजपा ने उपमहापौर पद की जिम्मेदारी दी है।
वहीं, शिक्षा समिति में शशि चांदना को उपाध्यक्ष का उम्मीदवार बनाया गया है। साथ ही निगम के विभाजन के बाद पूर्वी दिल्ली के शाहदरा साउथ जोन में कंचन माहेश्वरी पहली महिला जोन चेयरपर्सन बनी हैं।