प्रचंड गर्मी के बीच दिल्ली में रिकॉर्ड स्तर तक पहुंची बिजली की मांग, जानें- क्या हैं हालात
जून के पहले ही दिन दिल्ली में बिजली की मांग के सारे रिकॉर्ड टूट गए। बिजली वितरण कंपनियों का कहना है कि उपभोक्ताओं को किसी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी। बिजली की पर्याप्त व्यवस्था की गई है।
नई दिल्ली [जेएनएन]। गर्मी के तेवर से बिजली विभाग की चिंता भी बढ़ गई है। गर्मी की वजह से बिजली की मांग में लगातार वृद्धि हो रही है। जून के पहले ही दिन दिल्ली में बिजली की मांग के सारे रिकॉर्ड टूट गए। शुक्रवार को दोपहर 3.36 बजे मांग 6651 मेगावाट पहुंच गई। इससे पहले 6 जून, 2017 को बिजली की सबसे अधिक मांग 6526 मेगावाट रही थी। यदि यही हाल रहा तो आने वाले दिनों में दिल्ली में बिजली की समस्या खड़ी हो सकती है।
7000 मेगावाट पार कर सकती है मांग
पिछले वर्ष दिल्ली सरकार ने 6500 मेगावाट का पूर्वानुमान लगाया था, लेकिन मांग उससे ज्यादा पहुंच गई थी। इसलिए इस वर्ष सात हजार मेगावाट का पूर्वानुमान लगाकर बिजली वितरण कंपनियों को इसी के अनुसार तैयारी करने को कहा गया है। लेकिन पिछले कुछ दिनों से जिस तरह से मांग में बढ़ोतरी हो रही है, उससे सात हजार मेगावाट का स्तर भी पार होने की संभावना जताई जा रही है।
उपभोक्ताओं को नहीं होगी परेशानी
बिजली वितरण कंपनियों का कहना है कि उपभोक्ताओं को किसी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी। बिजली की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रिब्यूशन लिमिटेड (टीपीडीडीएल) का कहना है कि उसके बिजली वितरण क्षेत्र में शुक्रवार को मांग 1850 मेगावाट पहुंच गई है। 2200 मेगावाट तक बिजली आपूर्ति की व्यवस्था की गई है। इसी तरह से बीएसईएस का भी दावा है कि बिजली की मांग को ध्यान में रखते हुए सभी जरूरी कदम उठाए गए हैं।
केजरीवाल ने पीएम मोदी को लिखा खत
हाल ही में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने बिजली की समस्या को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी थी। केजरीवाल ने कहा था कि रेलवे द्वारा कोयला खदानों से बिजली संयंत्रों तक कोयला पहुंचाने के लिए पर्याप्त वैगन की व्यवस्था न किए जाने की वजह से ही कोयले की कमी की समस्या खड़ी हो गई। केजरीवाल ने पीएम मोदी से आग्रह किया था कि वह रेलवे को जरूरी निर्देश दें, ताकि रेलवे पर्याप्त मात्रा में कोयले की ढुलाई के लिए वैगन की व्यवस्था करे।
बिजली की भारी कटौती हो सकती है
प्रधानमंत्री को लिखे गए पत्र में सीएम कोजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली में बिजली की मांग 6200 मेगावाट तक पहुंच चुकी है। भीषण गर्मी को देखते हुए यह मांग अकेले दिल्ली में 7000 मेगावाट तक जा सकती है। केजरीवाल ने चिट्ठी में लिखा था कि अगर जल्दी ही इन संयंत्रों तक कोयला नहीं पहुंचाया गया तो दिल्ली में बिजली की भारी कटौती हो सकती है।
दिल्ली में बिजली की मांग (मेगावाट में)
वर्ष- अधिकतम मांग
1 जून, 2018-6651
31 मई, 2018-6417
30 मई, 2018-6442
29 मई, 2018-6221
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